प्रस्तुतकर्ता
Sunita Regmi
Pregnancy
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इस लेख की शुरुआत हम सरसों का साग क्या है, यह बताते हुए करेंगे।
सरसों एक तरह का पौधा होता है, जिसके बीज और पत्तों को आहार में इस्तेमाल किया जाता है। इसके पत्तों से बनी सब्जी को सरसों का साग कहते हैं। यह ब्रैसिका परिवार से संबंध रखता है, जो ठंड के मौसम में होती है। इसका वैज्ञानिक नाम ब्रैसिका जंकिया (Brassica juncea) है। इसकी कई प्रजातीयां हैं, जिनका स्वाद भिन्न होता है (1)।
इस लेख में आगे पढ़ेंगे कि सरसों का साग कितने प्रकार का होता है।
सरसों के साग के प्रकार को इसकी प्रजातियों के आधार पर विभाजित किया जा सकता है। इसके प्रकार और सरसों का साग बनाने की विधि भिन्न-भिन्न होती है। नीचे हम इसके प्रकार की जानकारी दे रहे हैं-
ग्रीन वेव सरसों - इसकी घुमावदार कोमल हरी पत्तियां होती हैं। इस पौधे की ऊंचाई 2 फीट तक होती है।
पर्पल ओसाका सरसों - इसके पत्ते बड़े, चौड़े और बैंगनी रंग के होते हैं। पत्तियों की लंबाई 300 से 350 मिमी और चौड़ाई 150 मिमी तक होती है।
अब हम सरसों के साग के फायदे क्या-क्या हो सकते हैं, इसकी जानकारी देंगे।
सरसों का साग खाने के फायदे - Benefits of Mustard Greens in Hindi
किसी भी खाद्य पदार्थ को लेने से स्वास्थ्य पर प्रत्यक्ष रूप से असर पड़ता है, जिस कारण सेहत पर कई लाभ दिखाई देते हैं। ऐसे में सरसों के साग के फायदे कुछ इस तरह के हो सकते हैं -
प्रतिरक्षा प्रणाली की मजबूती - Strong Immunity
शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली बीमारियों को दूर रखने में मदद करती है, इसलिए इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए सरसों के साग का सेवन कर सकते हैं। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन की वेबसाइट पर पब्लिश वैज्ञानिक अध्ययन में भी इस बात का जिक्र मौजूद है।
रिसर्च के अनुसार, सरसों के साग में विटामिन ए होते हैं, जिसमें रेटिनोइड्स शामिल हैं। यह पोषक तत्व प्रतिरक्षा प्रणाली की मजबूत करने में मदद करता है (1)।
विटामिन के
सरसों की साग के फायदे सेहत पर कई तरह से दिखाई दे सकते हैं, क्योंकि इसमें शरीर के लिए जरूरी विटामिन के मौजूद होता है। विटामिन के को क्लॉटिंग विटामिन के तौर पर भी जाना जाता है, जो ब्लड क्लॉट यानी रक्त के थक्के जमने से रोक सकता है। साथ ही यह हड्डियों को मजबूत करने में भी सहायता करता है (2)।
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर
सरसों के साग का सेवन एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। यूनाइटेड स्टेट डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर की वेबसाइट पर पब्लिश जानकारी के मुताबिक, यह एंटी-ऑक्सीडेंट गुण से समृद्ध होता है। इस गुण के चलते कैंसर और हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है (3)।
हृदय को स्वस्थ रखें
सरसों के साग के फायदे हृदय को भी होते हैं। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित शोध की मानें, तो सरसों के साग में कैरोटेनॉयड्स पाया जाता है, जो हृदय रोग खिलाफ काम कर सकता है (1)। साथ ही इसमें एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं, जो हृदय रोग की समस्या को पनपने से रोक सकते हैं (3)।
आंखों के लिए
आंखों को स्वस्थ रखने में सरसों का साग मदद कर सकता है। इससे जुड़े एक मेडिकल रिसर्च में दिया है कि सरसों के साग में विटामिन ए, कैरोटीनॉयड और बी-कैरोटीन होता है, जो विजन हेल्थ यानी आंखों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है (1)। इस आधार पर माना जा सकता है कि सरसों के साग के फायदे आंखों पर नजर आ सकते हैं।
मधुमेह से राहत
मधुमेह की स्थिति में सुधार करने के लिए भी सरसों के साग के फायदे हो सकते हैं। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, सरसों का साग हाइपरग्लाइसेमिया को कम करने और इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार करने का काम कर सकता है, जिससे यह एंटी-डायबिटिक गुण दर्शता है। इससे मधुमेह के जोखिम को कम करने और डायबिटीज की स्थिति में सुधार करने में मदद मिल सकती है (1)।
लिवर के लिए लाभकारी
सरसों का साग लिवर के लिए भी लाभकारी हो सकता है। इस संबंध में किए गए शोध के परिणाम बताते हैं कि सरसों के साग में एंटी ओबेसिटी गुण होता है, जो मोटापा को कम कर लिवर स्वास्थ्य में सुधार कर सकता है (4)। साथ ही यह लिवर डीटॉक्सीफिकेशन का भी काम करता है, जिससे लिवर संबंधित समस्या को पनपने से रोका जा सकता है (5)।
बेहतर पाचन के लिए
सरसों के साग के फायदे पाचन क्रिया को बेहतर करने के लिए हो सकते हैं। एक वैज्ञानिक शोध में दिया है कि सरसों के साग में अच्छी मात्रा में फाइबर होता है, जो खाने को पचाने में मदद कर सकता है। साथ ही फाइबर पाचन क्रिया को भी बेहतर करता है (6)।
याददाश्त के लिए
याददाश्त को बेहतर रखने के लिए भी सरसों के साग को खा सकते हैं। दरअसल, सरसों के साग में विटामिन के होता है (2)। विटामिन के याददाश्त को भी बेहतर करने का काम कर सकता है (7)। ऐसे में माना जा सकता है कि सरसों के साग के फायदे में याददाश्त को बेहतर करना भी शामिल है।
कब्ज से छुटकारा
कब्ज एक ऐसी स्थिति है, जिसमें बाउल मोमेंट कम होता है और मल कठोर हो जाता है (8)। इस स्थिति से छुटकारा पाने के लिए सरसों के साग का सेवन कर सकते हैं। दरअसल, सरसों के साग में फाइबर की समृद्ध मात्रा होती है (6)। फाइबर मल को मुलायम कर कब्ज की समस्या से छुटकारा दिलाता है (9)।
एंटीकैंसर प्रभाव
कैंसर का इलाज हो पाना काफी मुश्किल होता है। ऐसे में सभी इस समस्या से बचकर रहना चाहते हैं, जिसके लिए सरसों के साग को खाना बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। विशेषज्ञों द्वारा किए गए अध्ययन के मुताबिक, सरसों के साग में एंटी-कैंसर गुण होते हैं, जो कोलन और लंग कैंसर से बचा सकता है (10)।
ध्यान दें कि सरसों का साग कैंसर की दवा नहीं है। किसी को कैंसर होने पर वह सरसों के साग पर निर्भर नहीं रह सकता। उसे डॉक्टर से कैंसर का इलाज आवश्य करवाना चाहिए।
अब जानते हैं सरसों के साग में कौन-कौन से पोषक तत्व होते हैं।
सरसों का साग के पौष्टिक तत्व - Mustard Greens Nutritional Value in Hindi
सरसों का साग अनेक तरह के पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जिस कारण इसके सेवन से ऊपर लेख में बताए फायदे होते हैं। इन पोषक तत्वों को समझने के लिए नीचे एक टेबल बना रहे हैं (11)।
पोषक तत्व | मूल्य प्रति 100 ग्राम |
पानी | 90.7 g |
ऊर्जा | 27 kcal |
प्रोटीन | 2.86 g |
टोटल लिपिड (फैट) | 0.42 g |
कार्बोहाइड्रेट | 4.67 g |
फाइबर | 3.2 g |
शुगर | 1.32 g |
कैल्शियम | 115 mg |
आयरन, Fe | 1.64 mg |
मैग्नीशियम, Mg | 32 mg |
फॉस्फोरस, P | 58 mg |
पोटैशियम, K | 384 mg |
सोडियम, Na | 20 mg |
जिंक, Zn | 0.25 mg |
कॉपर, Cu | 0.165 mg |
सेलेनियम, Se | 0.9 µg |
विटामिन सी, टोटल एस्कॉर्बिक एसिड | 70 mg |
थायमिन | 0.08 mg |
राइबोफ्लेविन | 0.11 mg |
नियासिन | 0.8 mg |
विटामिन बी-6 | 0.18 mg |
फोलेट | 12 µg |
विटामिन ए, RAE | 151 µg |
विटामिन ए, IU | 3020 IU |
ल्यूटिन + जेक्सैन्थिन | 3730 µg |
विटामिन ई | 2.01 mg |
विटामिन के | 258 µg |
फैटी एसिड्स, टोटल सैचुरेटेड | 0.01 g |
फैटी एसिड्स, टोटल मोनोअनसैचुरेटेड | 0.092 g |
फैटी एसिड्स, टोटल पोलीअनसैचुरेटेड | 0.038 g |
आगे पढ़िए, सरसों के साग का इस्तेमाल कैसे-कैसे किया जा सकता है।
सरसों का साग का उपयोग - How to Use Mustard Greens in Hindi
सरसों के साग को अगल-अलग तरह से पकाकर खाया जा सकता है, जिससे इसके एक ही तरह के स्वाद से नहीं उबेंगे। इसके उपयोग के बारे में हम नीचे बता रहे हैं।
कैसे करें सेवन-
सिर्फ सरसों के साग को काटकर सब्जी बनाकर सेवन कर सकते हैं।
सरसों के साग को उबालकर ठंडा होने के बाद पीस लें और कापली बनाकर खा लें।
सरसों के साग और पालक को मिक्स करके सब्जी बना सकते हैं।
पनीर के साथ सरसों के साग को पकाकर खाया जा सकता है।
चने के साथ सरसों का साग मिलाकर सब्जी बनाकर सेवन कर सकते हैं।
कब करें सेवन-
इसकी सब्जी को दोपहर के खाने या रात के खाने में मक्के की रोटी, गेहूँ की रोटी या चावल के साथ खा सकते हैं।
कितना करें सेवन-
सरसों के साग को प्रतिदिन कितना सेवन करना है, इस संबंध में वैज्ञानिक शोध उपलब्ध नहीं है। हालांकि, इसे रोजाना एक कप से दो कप तक ले सकते हैं। इसकी सटीक मात्रा जानने के लिए आहार विशेषज्ञ से संपर्क कर सकते हैं।
आइए जानें सरसों के साग को अधिक समय तक सुरक्षित कैसे रखा जा सकता है।
सरसों का साग को लम्बे समय तक सुरक्षित कैसे रखें?
सरसों के साग को लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए कुछ बातों को ध्यान में रखने की आवश्यकता होती है। इसे सुरक्षित रखने के तरीके हम नीचे बता रहे हैं।
इसे सुरक्षित रखने के लिए ताजे पत्ते का चयन करें और उसे फ्रिज में रख दें।
अगर फ्रिज नहीं है, तो इसे घर के ठंडे स्थान में रखकर कुछ समय के लिए सुरक्षित रख सकते हैं।
इसे लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए इसके जड़ को पानी में डूबाकर रख सकते हैं।
सरसों के साग को उबालकर अच्छे से पीस लें और फिर फ्रिज में लंबे समय तक स्टोर करके रख सकते हैं।
इस लेख के अगले भाग में सरसों के साग के नुकसान की जानकारी दी गई है।
सरसों का साग के नुकसान - Side Effects of Mustard Greens in Hindi
सरसों के साग के फायदे होने के साथ ही इससे कुछ नुकसान हो सकते हैं। ये नुकसान निम्नलिखित तरीके से नजर आ सकते हैं।
अगर किसी को लो ब्लड शुगर की समस्या है, तो इसे अधिक मात्रा में सेवन करने से बचें। दरअसल, इसमें एंटी-डायबिटिक गुण होते हैं, जो निम्न रक्त शुगर को गंभीर कर सकता है (1)।
अगर कोई रक्त को पतला करने वाली दवाई ले रहा है, तो सरसों के साग का अधिक सेवन करने से बचें। इसमें विटामिन के की अच्छी मात्रा होती है, जो खून को ज्यादा पतला कर सकता है (2)।
किसी भी सब्जी को नियमित रूप से सेवन करने पर बोर हो जाते हैं। ऐसे में अपने आहार में सरसों के साग को शामिल कर सकते हैं। सरसों का साग न सिर्फ स्वाद में लाजवाब होता है, बल्कि यह सेहत पर कई लाभकारी प्रभाव डालता है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल :
सरसों का साग और केल में कौन सा ज्यादा हेल्दी है?
सरसों का साग और केल दोनों ही सेहत के लिए हेल्दी होते हैं। इन दोनों पत्तेदार सब्जी का असर अलग-अलग लोगों पर अलग-अलग तरीके से नजर आ सकता है।
क्या सरसों का साग में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होता है?
हां, सरसों के साग में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन की समस्या को कम कर सकता है (12)।
क्या वजन घटाने के लिए सरसों का साग अच्छा है?
हां, सरसों का साग वजन को घटाने के लिए अच्छा होता है। असल में यह विटामिन्स और फाइबर से समृद्ध होता है, जिस कारण यह पाचन तंत्र को अच्छा रखता सकता है। इससे वजन कम हो सकता है। इसी वजह से आहार विशेषज्ञ भी वजन घटाने के लिए सरसों के साग को लेने की सलाह भी देते हैं (13)।
क्या सरसों का साग लिवर के लिए अच्छा है?
हां, सरसों का साग लिवर के लिए अच्छा होता है। सरसों के साग में एंटी-ओबेसिटी गुण होता है, जो मोटापा को कम कर सकता है। इससे लिवर के स्वास्थ्य में भी सुधार हो सकता है (14)।
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