प्रस्तुतकर्ता
Sunita Regmi
Pregnancy
- लिंक पाएं
- ईमेल
- दूसरे ऐप
पेट फूलने की समस्या के घरेलू उपाय क्या हैं, अक्सर यह लोग घर में पूछते हैं। कभी खाने की वजह से, तो कभी ठंड की वजह से पेट फूलने की समस्या होने लगती है। ऐसे में पेट फूलने के घरेलू उपाय काम आते हैं। रात-बेरात होने वाली इस दिक्कत को घर में मौजूद इन चीजों से छूमंतर किया जा सकता है। चलिए, डालते हैं पेट फूलने के लिए घरेलू उपाय पर एक नजर।
पेट फूलने के लक्षण पहचान कर पेट फूलने के लिए घरेलू उपाय अपनाए जा सकते हैं। इससे गैस बनना और पेट फूलना की समस्या को कुछ हद तक कम किया जा सकता है। तो आइए लेख में आगे बढ़कर क्रमवार पेट फूलने की समस्या में कारगर कुछ घरेलू उपायों को जान लेते हैं।
सामग्री :
कैसे उपयोग करें :
कैसे लाभदायक है :
पेट फूलने की समस्या से राहत पाने के लिए पुदीने का सेवन लाभकारी साबित होता है। इस बात की पुष्टि एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) पर प्रकाशित पुदीने से संबंधित एक शोध से होती है।
शोध में जिक्र मिलता है कि पुदीना में मौजूद फिनोलिक यौगिकों के कारण यह इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (आंतों से संबंधित विकार) को दूर कर सकता है (1)। इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम को मुख्य रूप से पेट फूलने का कारण माना जाता है (2)।
दूसरी ओर गैस और पेट फूलना जैसी समस्या में कैमोमाइल टी के फायदे भी उपयोगी हो सकते हैं। वजह यह है कि कैमोमाइल में मौजूद फिनोलिक यौगिक आंतों से संबंधित समस्याओं में राहत पहुंचाते हैं, जिसमें पेट फूलने की समस्या भी शामिल है (3)।
ऐसे में माना जा सकता है कि कैमोमाइल और पुदीने की चाय दोनों ही पेट फूलने की समस्या में सहायक हो सकती हैं।
सामग्री :
कैसे उपयोग करें :
कैसे लाभदायक है :
खाने के बाद पेट फूलना जैसी स्थिति पनपने पर राहत पाने के लिए सौंफ का इस्तेमाल किया जा सकता है। शोध में जिक्र मिलता है कि सौंफ में स्पाज्मोलिटिक (मांसपेशियों को आराम पहुंचाने वाला) प्रभाव पाया जाता है।
इस प्रभाव के कारण सौंफ इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (आंतों से संबंधित विकार) में राहत मिल सकती है, जिसमें पेट फूलने की समस्या भी शामिल है (4)। इस आधार पर सौंफ का सेवन पेट फूलने की समस्या को कम कर सकता है।
सामग्री :
कैसे उपयोग करें :
कैसे लाभदायक है :
अदरक का सेवन करने से भी पेट फूलने की समस्या में आराम मिल सकता है। दरअसल, अदरक सालों से पेट संबंधित समस्याओं जैसे :- कब्ज, दस्त, डकार आना, अपच, उल्टी, मतली और पेट फूलने की समस्या से राहत दिलाने के लिए उपयोग की जाती रही है (5)।
इस आधार पर यह कहना गलत नहीं होगा कि पेट फूलने की समस्या में अदरक का उपयोग लाभकारी साबित हो सकता है।
सामग्री :
कैसे उपयोग करें :
कैसे लाभदायक है :
पेट फूलने की समस्या को नियंत्रित करने के मामले में कद्दू के फायदे भी सहायक हो सकते हैं। दरअसल, कद्दू कम फर्मेंटेबल ओलिगोसैकैराइड, डिसैकैराइड, मोनोसैकैराइड और पॉलीयोल्स युक्त खाद्यों (FODMAPs) में गिना जाता है।
ऐसे खाद्य इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम की समस्या में सहायक माने जाते हैं और इसके लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं, जिसमें पेट फूलना भी शामिल है (6)। इस आधार पर आंतों से संबंधित समस्या के कारण दिखने वाले पेट फूलने के लक्षण को कम करने में कद्दू सहायक साबित हो सकता है।
सामग्री :
कैसे उपयोग करें :
कैसे लाभदायक है :
गैस और पेट फूलना की समस्या से राहत पाने के लिए गुनगुने पानी में नींबू मिलाकर पीना भी लाभदायक हो सकता है। इस बात को दो अलग-अलग शोध के माध्यम से समझा जा सकता है।
गुनगुने पानी से संबंधित एक शोध में माना गया है कि यह आंतों में कसाव लाने के साथ ही कब्ज की समस्या से राहत दिलाता है। ऐसे में कब्ज के कारण पेट फूलने की समस्या से यह राहत दिला सकता है (7)।
दूसरी ओर नींबू कम फर्मेंटेबल ओलिगोसैकैराइड, डिसैकैराइड, मोनोसैकैराइड और पॉलीयोल्स युक्त खाद्यों (FODMAPs) में शामिल है, जो इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम में सहायक माने जाते हैं (6)। पेट फूलने के कारणों में इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम की समस्या भी शामिल है।
इन दोनों तथ्यों को देखते हुए यह माना जा सकता है कि गुनगुने पानी में नींबू का रस मिलकर पीना पेट फूलने की समस्या से राहत दिला सकता है।
सामग्री :
कैसे उपयोग करें :
कैसे लाभदायक है :
काला जीरा, जिसे अंग्रेजी में कैरावे (Caraway) के नाम से भी जाता जाता है, यह पेट फूलने की समस्या में राहत दिलाने का काम कर सकता है। एनसीबीआई पर प्रकाशित काला जीरा से संबंधित एक शोध से यह बात स्पष्ट होती है। शोध में जिक्र मिलता है कि काला जीरा का सेवन दस्त, अपच और पेट दर्द के साथ पेट फूलना जैसी समस्या से राहत दिला सकता है (8)।
इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि खाने के बाद पेट फूलना जैसी समस्या से ग्रस्त व्यक्तियों के लिए काला जीरा का उपयोग लाभकारी साबित हो सकता है।
सामग्री :
कैसे उपयोग करें :
कैसे लाभदायक है :
मोटी सौंफ (Anise) का उपयोग भी पेट फूलने की समस्या में किया जा सकता है। मोटी सौंफ से संबंधित एक शोध से यह बात स्पष्ट होती है। शोध में जिक्र मिलता है कि मोटी सौंफ में लैक्जेटिव (मल को ढीला करने वाला) प्रभाव पाया जाता है, जो कब्ज से राहत दिलाने में सहायक हो सकता है (9)।
पेट फूलने के कारणों में कब्ज की समस्या भी शामिल है (10)। इस आधार पर मोटी सौंफ को पेट फूलने की समस्या से राहत दिलाने का एक बेहतर विकल्प माना जा सकता है।
सामग्री :
कैसे उपयोग करें :
कैसे लाभदायक है :
केला एक ऐसा फल है, जिसे कम फाइबर युक्त खाद्यों में गिना जाता है। इसलिए यह आसानी से पच जाता है। साथ ही गैस और पेट फूलने की समस्या को कुछ हद तक कम कर सकता है (11)।
केला खाने के फायदे से संबंधित एक शोध से पता चलता है कि केले का सेवन पाचन को सुधारता है। साथ ही केले का सेवन करने से पेट फूलने के लक्षण कम होते हैं (12)। इस आधार पर केले को पेट फूलने की समस्या से राहत पाने के लिए उपयोगी माना जा सकता है।
सामग्री :
कैसे उपयोग करें :
कैसे लाभदायक है :
पेट फूलने की समस्या में अरंडी के तेल के फायदे भी सहायक हो सकते हैं। अरंडी के तेल में लैक्सेटिव गुण होता है, जो कब्ज से निजात दिलाने में मदद कर सकता है (13)।
संतरे में पेट में मौजूद बैक्टीरिया की संख्या को नियंत्रित करने की क्षमता पाई जाती है (14)। पेट में अधिक बैक्टीरिया की मौजूदगी और कब्ज की समस्या पेट फूलने के कारणों में शामिल हैं (2)।
इस आधार पर माना जा सकता है कि पेट फूलने के लक्षण से राहत पाने के लिए संतरे के रस के साथ अरंडी के तेल का उपयोग सहायक हो सकता है। हालांकि, अरंडी के तेल का अधिक सेवन पेट फूलने की समस्या को बढ़ा भी सकता है। इसलिए इसका सेवन अधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए।
सामग्री :
कैसे उपयोग करें :
कैसे लाभदायक है :
पानी में नींबू, अदरक और खीरा मिलाकर डिटॉक्स ड्रिंक को तैयार किया जा सकता है, जो शरीर से टॉक्सिन (विषैले पदार्थ) बाहर निकालने में मदद कर सकती है। साथ ही यह पाचन को सुधारने में भी मदद कर सकती है (15)।
एसिडिटी के कारण भी पेट फूलने की समस्या होती है। नींबू और खीरे में एंटासिड प्रभाव भी मौजूद होता है, जो एसिडिटी को दूर कर सकता है (16)।
इसके अलावा, अदरक में सीधे तौर पर पेट फूलने की समस्या से राहत दिलाने की क्षमता पाई जाती है (17)। इस आधार पर माना जा सकता है कि यह डिटॉक्स ड्रिंक पेट फूलने की समस्या से राहत दिलाने में मदद कर सकती है।
सामग्री :
कैसे उपयोग करें :
कैसे लाभदायक है :
लौंग का तेल गैस और पेट फूलने की समस्या से राहत दिलाने में कारगर माना जाता है (18)। इस आधार पर माना जा सकता है कि लौंग से पेट फूलने की समस्या से राहत मिल सकती है।
सामग्री :
कैसे उपयोग करें :
कैसे लाभदायक है :
ग्रीन टी का उपयोग करके भी पेट फूलने की समस्या में राहत पाई जा सकती है। इस बात को ग्रीन टी पर आधारित एक शोध में स्पष्ट रूप से माना गया है। शोध में जिक्र मिलता है कि ग्रीन टी में मौजूद एंटी इन्फ्लेमेटरी (सूजन को कम करने वाला) और एंटीऑक्सीडेंट (मुक्त कणों को नष्ट करने वाला) प्रभाव पाया जाता है।
यह दोनों ही प्रभाव संयुक्त रूप से इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम से राहत दिला सकते हैं, जिसमें पेट फूलने का लक्षण भी देखने को मिलता है (19)। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि ग्रीन टी पेट फूलने का इलाज करने में कुछ हद तक कारगर साबित हो सकती है।
सामग्री :
कैसे उपयोग करें :
कैसे लाभदायक है :
एलोवेरा में एंथ्राक्विनोन नाम का एक खास तत्व पाया जाता है, जो एक लैक्सेटिव (मल को ढीला करने वाला) गुण प्रदर्शित करता है। यह आंतों में पानी की मात्रा को बढ़ाकर मल त्याग में मदद कर सकता है। इससे कब्ज की समस्या में राहत मिल सकती है (20)।
लेख में आपको पहले ही बताया जा चुका है कि पेट फूलने के कारणों में कब्ज की समस्या भी शामिल है। इस आधार पर एलोवेरा जूस को पेट फूलने के इलाज के विकल्प के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है।
सामग्री :
कैसे उपयोग करें :
कैसे लाभदायक है :
लैक्टोज इंटॉलरेंस के कारण अगर किसी को फेट फूलने की समस्या होती है तो इस स्थिति में दही का सेवन काफी लाभकारी साबित हो सकता है। गैस और पेट फूलने की समस्या से जुड़े एक शोध में इस बात का जिक्र मिलता है (21)।
दूसरी ओर योगर्ट में प्रोबायोटिक यानी हेल्दी बैक्टीरिया मौजूद होते हैं (22)। ये बैक्टीरिया पाचन क्रिया को तेज कर कुछ हद तक इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम की समस्या के कारण होने वाली पेट फूलने की समस्या से राहत दिला सकते हैं (23)। इस आधार दही को भी पेट फूलने की समस्या में उपयोगी माना जा सकता है।
सामग्री :
कैसे उपयोग करें :
कैसे लाभदायक है :
अनानास के जूस का सेवन भी पेट फूलने की समस्या में लाभकारी साबित हो सकता है। अनानास के जूस से संबंधित एक शोध में जिक्र मिलता है कि अनानास में ब्रोमेलैन नाम का तत्व होता है। ये अपच की समस्या को दूर कर अपच के कारण होने वाली पेट फूलने की समस्या में राहत पहुंचा सकता है (24)। इस आधार पर घरेलू तौर पर पेट फूलने का इलाज करने में अनानास के जूस को कारगर माना जा सकता है।
सामग्री :
कैसे उपयोग करें :
कैसे लाभदायक है :
संतरे में पेट में मौजूद बैक्टीरिया की संख्या को नियंत्रित करने की क्षमता पाई जाती है (25)। पेट में अधिक बैक्टीरिया की मौजूदगी पेट फूलने के कारणों में शामिल है (2)। ऐसे में पेट फूलना और गैस बनना जैसी समस्या से राहत पाने के लिए कुछ हद तक संतरे के रस को सहायक माना जा सकता है।
17. अज्वाइन के दाने
सामग्री :
कैसे उपयोग करें :
कैसे लाभदायक है :
पेट के लिए सबसे फायदेमंद और असरदार अज्वाइन के दानों को माना गया है। अपच की दिक्कत हो या फिर गैस की अज्वाइन एक से दो घंटे में पेट को राहत पहुंचा देता है। पेट फूलने की दिक्कत होने पर भी अज्वाइन का पानी और भूना हुआ अज्वाइन दोनों ही फायदा करते हैं।
चलिए, अब जानते हैं कि पेट फूलने के लिए कुछ अन्य उपाय क्या हो सकते हैं।
पेट फूलने की परेशानी से बचने के लिए खास टिप्स (26):
चलिए, अब हम पेट फूलने की समस्या से जुड़े उन सवालों के जवाब भी जानते हैं, जो अक्सर लोगों द्वारा पूछे जाते हैं।
अधिक मात्रा में शराब का सेवन करने से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट (भोजन ग्रहण करने वाला अंग) से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। साथ ही यह इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम के लक्षणों को भी बढ़ा सकता है, जिसमें पेट फूलना भी शामिल है (27)। ऐसे में यह माना जा सकता है कि शराब का सेवन फूलने व गैस की समस्या को बढ़ा सकता है।
पेट फूलने की परेशानी दूर करने के लिए ऊपर बताए गए उपायों का पालन किया जा सकता है। अगर इसके बाद भी समस्या बनी रहती है तो बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
अगर घरेलू उपाय से राहत न मिले तो चिंतित होना स्वाभाविक है, लेकिन ऐसी स्थिति में चिंता करने से बेहतर है डॉक्टर से संपर्क करें।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें