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पेट फूलने की समस्या के 17 घरेलू उपाय - Home Remedies for Bloating in Hindi

पेट फूलने की समस्या के घरेलू उपाय क्या हैं, अक्सर यह लोग घर में पूछते हैं। कभी खाने की वजह से, तो कभी ठंड की वजह से पेट फूलने की समस्या होने लगती है। ऐसे में पेट फूलने के घरेलू उपाय काम आते हैं। रात-बेरात होने वाली इस दिक्कत को घर में मौजूद इन चीजों से छूमंतर किया जा सकता है। चलिए, डालते हैं पेट फूलने के लिए घरेलू उपाय पर एक नजर। 

पेट फूलने के घरेलू उपाय- Home Remedies for Bloating in Hindi

पेट फूलने के लक्षण पहचान कर पेट फूलने के लिए घरेलू उपाय अपनाए जा सकते हैं। इससे गैस बनना और पेट फूलना की समस्या को कुछ हद तक कम किया जा सकता है। तो आइए लेख में आगे बढ़कर क्रमवार पेट फूलने की समस्या में कारगर कुछ घरेलू उपायों को जान लेते हैं।

1. पुदीने या कैमोमाइल की चाय

सामग्री :

  • 1 चम्मच ताजी या सूखी पुदीने या कैमोमाइल की पत्तियां
  • 1 कप पानी
  • शहद (वैकल्पिक)

कैसे उपयोग करें :

  • एक कप गर्म पानी में पुदीने या कैमोमाइल की पत्तियां मिलाएं।
  • 5 मिनट तक गर्म पानी में पुदीने या कैमोमाइल की पत्तियां उबालें।
  • समय पूरा होने के बाद इसे छान लें।
  • अब इसमें एक चम्मच शहद मिलाएं और सिप करते हुए पिएं।

कैसे लाभदायक है :

पेट फूलने की समस्या से राहत पाने के लिए पुदीने का सेवन लाभकारी साबित होता है। इस बात की पुष्टि एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) पर प्रकाशित पुदीने से संबंधित एक शोध से होती है। 

शोध में जिक्र मिलता है कि पुदीना में मौजूद फिनोलिक यौगिकों के कारण यह इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (आंतों से संबंधित विकार) को दूर कर सकता है (1)। इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम को मुख्य रूप से पेट फूलने का कारण माना जाता है (2)।

दूसरी ओर गैस और पेट फूलना जैसी समस्या में कैमोमाइल टी के फायदे भी उपयोगी हो सकते हैं। वजह यह है कि कैमोमाइल में मौजूद फिनोलिक यौगिक आंतों से संबंधित समस्याओं में राहत पहुंचाते हैं, जिसमें पेट फूलने की समस्या भी शामिल है (3)। 

ऐसे में माना जा सकता है कि कैमोमाइल और पुदीने की चाय दोनों ही पेट फूलने की समस्या में सहायक हो सकती हैं।

2. सौंफ

सामग्री :

  • 1/2 से 1 चम्मच सौंफ पाउडर
  • 1 कप गर्म पानी

कैसे उपयोग करें :

  • सौंफ के पाउडर को गर्म पानी में मिलाएं।
  • 5 से 10 मिनट तक इसे ऐसे ही रहने दें।
  • अब इस पानी को छान लें और पी लें।

कैसे लाभदायक है :

खाने के बाद पेट फूलना जैसी स्थिति पनपने पर राहत पाने के लिए सौंफ का इस्तेमाल किया जा सकता है। शोध में जिक्र मिलता है कि सौंफ में स्पाज्मोलिटिक (मांसपेशियों को आराम पहुंचाने वाला) प्रभाव पाया जाता है। 

इस प्रभाव के कारण सौंफ इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (आंतों से संबंधित विकार) में राहत मिल सकती है, जिसमें पेट फूलने की समस्या भी शामिल है (4)। इस आधार पर सौंफ का सेवन पेट फूलने की समस्या को कम कर सकता है।

3. अदरक

सामग्री :

  • 1 इंच अदरक का एक टुकड़ा
  • 1 कप पानी
  • एक चम्मच शहद (स्वाद के लिए)

कैसे उपयोग करें :

  • एक पैन में अदरक और पानी को डालें।
  • फिर पैन को गैस पर चढ़ाकर 3 से 5 मिनट तक इसे उबलने दें।
  • समय पूरा होने पर इसे कप में छान लें और स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें शहद मिला लें।
  • अब सिप करते हुए इसे चाय की तरह पिएं।
  • गैस और पेट फूलना से राहत पाने के लिए रोजाना इसका सेवन कर सकते हैं।

कैसे लाभदायक है :

अदरक का सेवन करने से भी पेट फूलने की समस्या में आराम मिल सकता है। दरअसल, अदरक सालों से पेट संबंधित समस्याओं जैसे :- कब्ज, दस्त, डकार आना, अपच, उल्टी, मतली और पेट फूलने की समस्या से राहत दिलाने के लिए उपयोग की जाती रही है (5)। 

इस आधार पर यह कहना गलत नहीं होगा कि पेट फूलने की समस्या में अदरक का उपयोग लाभकारी साबित हो सकता है।

4. कद्दू

सामग्री :

  • 1 कप कटा हुआ कद्दू
  • 2 कप पानी

कैसे उपयोग करें :

  • कटे हुए हुए कद्दू को पानी में उबालें
  • फिर इस उबले हुए कद्दू को खाने के लिए उपयोग करें।

कैसे लाभदायक है :

पेट फूलने की समस्या को नियंत्रित करने के मामले में कद्दू के फायदे भी सहायक हो सकते हैं। दरअसल, कद्दू कम फर्मेंटेबल ओलिगोसैकैराइड, डिसैकैराइड, मोनोसैकैराइड और पॉलीयोल्स युक्त खाद्यों (FODMAPs) में गिना जाता है। 

ऐसे खाद्य इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम की समस्या में सहायक माने जाते हैं और इसके लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं, जिसमें पेट फूलना भी शामिल है (6)। इस आधार पर आंतों से संबंधित समस्या के कारण दिखने वाले पेट फूलने के लक्षण को कम करने में कद्दू सहायक साबित हो सकता है।

5. नींबू-पानी

सामग्री :

  • 1 चम्मच नींबू का रस
  • 1 गिलास गर्म पानी

कैसे उपयोग करें :

  • एक गिलास पानी हल्का गर्म करें।
  • अब गर्म पानी में नींबू के रस को मिलाएं।
  • पेट फूलने के लक्षण कम करने के लिए सुबह-सुबह रोजाना इसका सेवन करें।

कैसे लाभदायक है :

गैस और पेट फूलना की समस्या से राहत पाने के लिए गुनगुने पानी में नींबू मिलाकर पीना भी लाभदायक हो सकता है। इस बात को दो अलग-अलग शोध के माध्यम से समझा जा सकता है। 

गुनगुने पानी से संबंधित एक शोध में माना गया है कि यह आंतों में कसाव लाने के साथ ही कब्ज की समस्या से राहत दिलाता है। ऐसे में कब्ज के कारण पेट फूलने की समस्या से यह राहत दिला सकता है (7)। 

दूसरी ओर नींबू कम फर्मेंटेबल ओलिगोसैकैराइड, डिसैकैराइड, मोनोसैकैराइड और पॉलीयोल्स युक्त खाद्यों (FODMAPs) में शामिल है, जो इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम में सहायक माने जाते हैं (6)। पेट फूलने के कारणों में इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम की समस्या भी शामिल है। 

इन दोनों तथ्यों को देखते हुए यह माना जा सकता है कि गुनगुने पानी में नींबू का रस मिलकर पीना पेट फूलने की समस्या से राहत दिला सकता है।

6. काला जीरा

सामग्री :

  • 1 चम्मच काला जीरा
  • 1 कप गर्म पानी
  • एक चम्मच शहद (ऑप्शनल)

कैसे उपयोग करें :

  • एक कप गर्म पानी में काला जीरा मिलाएं।
  • 5 से 10 मिनट तक इसे ऐसे ही रहने दें।
  • समय पूरा होने पर इसमें शहद मिलाकर इसे पी जाएं।
  • दिन में तीन बार इसका रोजाना सेवन किया जा सकता है।

कैसे लाभदायक है :

काला जीरा, जिसे अंग्रेजी में कैरावे (Caraway) के नाम से भी जाता जाता है, यह पेट फूलने की समस्या में राहत दिलाने का काम कर सकता है। एनसीबीआई पर प्रकाशित काला जीरा से संबंधित एक शोध से यह बात स्पष्ट होती है। शोध में जिक्र मिलता है कि काला जीरा का सेवन दस्त, अपच और पेट दर्द के साथ पेट फूलना जैसी समस्या से राहत दिला सकता है (8)। 

इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि खाने के बाद पेट फूलना जैसी समस्या से ग्रस्त व्यक्तियों के लिए काला जीरा का उपयोग लाभकारी साबित हो सकता है।

7. मोटी सौंफ

सामग्री :

  • 1 चम्मच मोटी सौंफ
  • 1 कप गर्म पानी
  • शहद (वैकल्पिक)

कैसे उपयोग करें :

  • एक कप गर्म पानी लें।
  • इसमें मोटी सौंफ मिलाएं।
  • 5 से 10 मिनट के लिए इसे ऐसे ही रहने दें।
  • अब इसमें स्वादानुसार शहद मिलाएं और इसका सेवन करें।

कैसे लाभदायक है :

मोटी सौंफ (Anise) का उपयोग भी पेट फूलने की समस्या में किया जा सकता है। मोटी सौंफ से संबंधित एक शोध से यह बात स्पष्ट होती है। शोध में जिक्र मिलता है कि मोटी सौंफ में लैक्जेटिव (मल को ढीला करने वाला) प्रभाव पाया जाता है, जो कब्ज से राहत दिलाने में सहायक हो सकता है (9)। 

पेट फूलने के कारणों में कब्ज की समस्या भी शामिल है (10)। इस आधार पर मोटी सौंफ को पेट फूलने की समस्या से राहत दिलाने का एक बेहतर विकल्प माना जा सकता है।

8. केला

सामग्री :

  • 1 या 2 केला

कैसे उपयोग करें :

  • पेट फूलने की समस्या से निजात पाने के लिए 1 से 2 केले का सेवन रोजाना किया जा सकता है।

कैसे लाभदायक है :

केला एक ऐसा फल है, जिसे कम फाइबर युक्त खाद्यों में गिना जाता है। इसलिए यह आसानी से पच जाता है। साथ ही गैस और पेट फूलने की समस्या को कुछ हद तक कम कर सकता है (11)। 

केला खाने के फायदे से संबंधित एक शोध से पता चलता है कि केले का सेवन पाचन को सुधारता है। साथ ही केले का सेवन करने से पेट फूलने के लक्षण कम होते हैं (12)। इस आधार पर केले को पेट फूलने की समस्या से राहत पाने के लिए उपयोगी माना जा सकता है।

9. अरंडी का तेल

सामग्री :

  • 1 चम्मच अरंडी का तेल
  • 1 कप संतरे का जूस

कैसे उपयोग करें :

  • एक कप संतरे के जूस में अरंडी का तेल मिलाएं।
  • फिर इसे पी जाएं।

कैसे लाभदायक है :

पेट फूलने की समस्या में अरंडी के तेल के फायदे भी सहायक हो सकते हैं। अरंडी के तेल में लैक्सेटिव गुण होता है, जो कब्ज से निजात दिलाने में मदद कर सकता है (13)। 

संतरे में पेट में मौजूद बैक्टीरिया की संख्या को नियंत्रित करने की क्षमता पाई जाती है (14)। पेट में अधिक बैक्टीरिया की मौजूदगी और कब्ज की समस्या पेट फूलने के कारणों में शामिल हैं (2)।

इस आधार पर माना जा सकता है कि पेट फूलने के लक्षण से राहत पाने के लिए संतरे के रस के साथ अरंडी के तेल का उपयोग सहायक हो सकता है। हालांकि, अरंडी के तेल का अधिक सेवन पेट फूलने की समस्या को बढ़ा भी सकता है। इसलिए इसका सेवन अधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए।

10. डिटॉक्स ड्रिंक

सामग्री :

  • 1 गिलास पानी
  • 5-6 खीरे के स्लाइस
  • आधा चम्मच नींबू का रस
  • आधा चम्मच अदरक का रस

कैसे उपयोग करें :

  • गिलास के पानी में बताई गई सभी सामग्रियों को मिक्स करें।
  • फिर इसे रात भर के लिए फ्रिज में रख दें।
  • इसे सुबह या दिन में पी सकते हैं।

कैसे लाभदायक है :

पानी में नींबू, अदरक और खीरा मिलाकर डिटॉक्स ड्रिंक को तैयार किया जा सकता है, जो शरीर से टॉक्सिन (विषैले पदार्थ) बाहर निकालने में मदद कर सकती है। साथ ही यह पाचन को सुधारने में भी मदद कर सकती है (15)।

एसिडिटी के कारण भी पेट फूलने की समस्या होती है। नींबू और खीरे में एंटासिड प्रभाव भी मौजूद होता है, जो एसिडिटी को दूर कर सकता है (16)।

इसके अलावा, अदरक में सीधे तौर पर पेट फूलने की समस्या से राहत दिलाने की क्षमता पाई जाती है (17)। इस आधार पर माना जा सकता है कि यह डिटॉक्स ड्रिंक पेट फूलने की समस्या से राहत दिलाने में मदद कर सकती है।

11. लौंग का पानी व तेल

सामग्री :

  • 3 से 4 बूंद लौंग का तेल या लौंग का पानी
  • एक कप पानी

कैसे उपयोग करें :

  • लौंग का तेल को पानी में मिलाएं और पी जाएं।
  • बेहतर प्रभाव के लिए इसे दिन में एक बार इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • लौंग के तेल की जगह लौंग का पानी भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

कैसे लाभदायक है :

लौंग का तेल गैस और पेट फूलने की समस्या से राहत दिलाने में कारगर माना जाता है (18)। इस आधार पर माना जा सकता है कि लौंग से पेट फूलने की समस्या से राहत मिल सकती है।

12. ग्रीन टी

सामग्री :

  • 1 चम्मच ग्रीन टी
  • 1 कप गर्म पानी
  • एक चम्मच शहद (वैकल्पिक)

कैसे उपयोग करें :

  • पानी में ग्रीन टी डालें।
  • अब इसे 5 मिनट तक उबलने दें।
  • जब चाय अच्छे से उबल जाए तो इसे छानकर एक कप में अलग कर लें।
  • फिर इसमें एक चम्मच शहद मिलाकर चाय को सिप करके पिएं।
  • इस चाय का सेवन दिन में 3 बार किया जा सकता है।

कैसे लाभदायक है :

ग्रीन टी का उपयोग करके भी पेट फूलने की समस्या में राहत पाई जा सकती है। इस बात को ग्रीन टी पर आधारित एक शोध में स्पष्ट रूप से माना गया है। शोध में जिक्र मिलता है कि ग्रीन टी में मौजूद एंटी इन्फ्लेमेटरी (सूजन को कम करने वाला) और एंटीऑक्सीडेंट (मुक्त कणों को नष्ट करने वाला) प्रभाव पाया जाता है। 

यह दोनों ही प्रभाव संयुक्त रूप से इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम से राहत दिला सकते हैं, जिसमें पेट फूलने का लक्षण भी देखने को मिलता है (19)। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि ग्रीन टी पेट फूलने का इलाज करने में कुछ हद तक कारगर साबित हो सकती है।

13. एलोवेरा जूस

सामग्री :

  • आधा कप एलोवेरा जूस

कैसे उपयोग करें :

  • पेट फूलने से राहत पाने के लिए आधा कप ताजे एलोवेरा जूस का सेवन करें।
  • बेहतर लाभ के लिए इसे प्रतिदिन एक बार इस्तेमाल किया जा सकता है।

कैसे लाभदायक है :

एलोवेरा में एंथ्राक्विनोन नाम का एक खास तत्व पाया जाता है, जो एक लैक्सेटिव (मल को ढीला करने वाला) गुण प्रदर्शित करता है। यह आंतों में पानी की मात्रा को बढ़ाकर मल त्याग में मदद कर सकता है। इससे कब्ज की समस्या में राहत मिल सकती है (20)। 

लेख में आपको पहले ही बताया जा चुका है कि पेट फूलने के कारणों में कब्ज की समस्या भी शामिल है। इस आधार पर एलोवेरा जूस को पेट फूलने के इलाज के विकल्प के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है।

14. योगर्ट

सामग्री :

  • 1 कप योगर्ट

कैसे उपयोग करें :

  • एक कप योगर्ट का सेवन रोजाना करें।

कैसे लाभदायक है :

लैक्टोज इंटॉलरेंस के कारण अगर किसी को फेट फूलने की समस्या होती है तो इस स्थिति में दही का सेवन काफी लाभकारी साबित हो सकता है। गैस और पेट फूलने की समस्या से जुड़े एक शोध में इस बात का जिक्र मिलता है (21)। 

दूसरी ओर योगर्ट में प्रोबायोटिक यानी हेल्दी बैक्टीरिया मौजूद होते हैं (22)। ये बैक्टीरिया पाचन क्रिया को तेज कर कुछ हद तक इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम की समस्या के कारण होने वाली पेट फूलने की समस्या से राहत दिला सकते हैं (23)। इस आधार दही को भी पेट फूलने की समस्या में उपयोगी माना जा सकता है।

15. अनानास

सामग्री :

  • 1 कप अनानास (कटा हुआ)
  • 1 कप पानी

कैसे उपयोग करें :

  • अनानास और पानी को मिक्सर में डाल कर अच्छे से पीस लें।
  • पेट का फूलना कम करने के लिए इस तैयार जूस को पी जाएं।
  • इस जूस को दिन में एक बार रोज पिया जा सकता है।

कैसे लाभदायक है :

अनानास के जूस का सेवन भी पेट फूलने की समस्या में लाभकारी साबित हो सकता है। अनानास के जूस से संबंधित एक शोध में जिक्र मिलता है कि अनानास में ब्रोमेलैन नाम का तत्व होता है। ये अपच की समस्या को दूर कर अपच के कारण होने वाली पेट फूलने की समस्या में राहत पहुंचा सकता है (24)। इस आधार पर घरेलू तौर पर पेट फूलने का इलाज करने में अनानास के जूस को कारगर माना जा सकता है।

16. संतरा

सामग्री :

  • 1 से 2 संतरे
  • 1 कप पानी

कैसे उपयोग करें :

  • संतरे और पानी को अच्छी तरह से ब्लेंड करें।
  • पेट फूलने की परेशानी से निजात पाने के लिए इस जूस का सेवन रोजाना कर सकते हैं।

कैसे लाभदायक है :

संतरे में पेट में मौजूद बैक्टीरिया की संख्या को नियंत्रित करने की क्षमता पाई जाती है (25)। पेट में अधिक बैक्टीरिया की मौजूदगी पेट फूलने के कारणों में शामिल है (2)। ऐसे में पेट फूलना और गैस बनना जैसी समस्या से राहत पाने के लिए कुछ हद तक संतरे के रस को सहायक माना जा सकता है।

17. अज्वाइन के दाने

सामग्री :

  • एक से दो चम्मच अज्वाइन के दाने
  • एक गिलास पानी

कैसे उपयोग करें :

  • अज्वाइन के दानों को पानी में डालकर उबाल लें।
  • जब पानी का रंग गाढ़ा पीला होने लगे, तो इसे गैस से उतार लें।
  • गुनगुना होने के बाद इसे पी लें।
  • आप स्वाद के लिए शहद मिला सकते हैं।
  •  वैकल्पिक तरीका अज्वाइन को भूनकर चबाना भी है।

कैसे लाभदायक है :

पेट के लिए सबसे फायदेमंद और असरदार अज्वाइन के दानों को माना गया है। अपच की दिक्कत हो या फिर गैस की अज्वाइन एक से दो घंटे में पेट को राहत पहुंचा देता है। पेट फूलने की दिक्कत होने पर भी अज्वाइन का पानी और भूना हुआ अज्वाइन दोनों ही फायदा करते हैं।

चलिए, अब जानते हैं कि पेट फूलने के लिए कुछ अन्य उपाय क्या हो सकते हैं।

पेट फूलने के लिए कुछ और उपाय - Other Tips For Bloating in Hindi

पेट फूलने की परेशानी से बचने के लिए खास टिप्स (26):

  • नियमित रूप से व्यायाम करें। सप्ताह में कम से कम 3 या 4 बार वॉकिंग या स्विमिंग जैसी शारीरिक गतिविधियां करें।

  • दिनभर में 8 से 10 कप (दो से ढाई लीटर) की मात्रा में तरल पदार्थ व पानी पीएं।

  • नियमित रूप से तय समय पर खाना खाएं। खाना स्किप करने से बचें।

  • बहुत देर तक पेशाब रोककर न रखें।

  • ग्लूटेन युक्त, प्रोसेस्ड व फास्ट फूड से बचें, जैसे- सफेद ब्रेड, पेस्ट्री, बर्गर, आलू के चिप्स और फ्रेंच फ्राइज।

  • अलसी, गेहूं की भूसी (व्हीट ब्रान) का इस्तेमाल सूप व स्मूदी के रूप में करें।

चलिए, अब हम पेट फूलने की समस्या से जुड़े उन सवालों के जवाब भी जानते हैं, जो अक्सर लोगों द्वारा पूछे जाते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

शराब के सेवन से पेट फूलने व गैस की समस्या क्यों होती है?

अधिक मात्रा में शराब का सेवन करने से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट (भोजन ग्रहण करने वाला अंग) से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। साथ ही यह इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम के लक्षणों को भी बढ़ा सकता है, जिसमें पेट फूलना भी शामिल है (27)। ऐसे में यह माना जा सकता है कि शराब का सेवन फूलने व गैस की समस्या को बढ़ा सकता है।

पेट फूलने की परेशानी को दूर करने के लिए क्या करना चाहिए?

पेट फूलने की परेशानी दूर करने के लिए ऊपर बताए गए उपायों का पालन किया जा सकता है। अगर इसके बाद भी समस्या बनी रहती है तो बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

ब्लोटिंग की परेशानी होने पर कब चिंता करना चाहिए?

अगर घरेलू उपाय से राहत न मिले तो चिंतित होना स्वाभाविक है, लेकिन ऐसी स्थिति में चिंता करने से बेहतर है डॉक्टर से संपर्क करें।

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