प्रस्तुतकर्ता
Sunita Regmi
Pregnancy
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अनहेल्दी खाना न सिर्फ शरीर का वजन बढ़ाता है, बल्कि पेट फूलने की समस्या और गैस बनने की दिक्कत भी पैदा करता है। पेट फूलने की समस्या से बचने के लिए पेट फूलने के लक्षण व पेट फूलने का कारण पता होना जरूरी है। चलिए, पेट फूलने की समस्या के घरेलू उपचार और पेट फूलने के लक्षण, कारण, आदि जानते हैं।
पेट फूलने का कारण, लक्षण और इलाज जानने से पहले पेट फूलना क्या है, यह समझ लेते हैं।
जब पेट जरूरत से अधिक भरा हुआ और कसा हुआ महसूस हो या फिर देखने में ऐसा लगे कि पेट सूजा हुआ है, तो इस स्थिति को पेट फूलना या गैस बनना (Bloating) कहा जाता है (1)। सामान्य तौर पर पेट फूलने के कारण कई होते हैं, जिसके बारे में हम आपको आगे विस्तार से बताएंगे।
लेख के अगले भाग में हम पेट फूलने का कारण समझाने का प्रयास करेंगे।
गैस और पेट फूलना एक ऐसी समस्या है, जो किसी भी उम्र में हो सकती है और कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं पेट फूलने का कारण बन सकती हैं (2)। ऐसे में हम यहां उन सामान्य कारणों के बारे में बता रहे हैं, जिनकी वजह से पेट का फूलना जैसी समस्या देखने को मिल सकती है (1)।
अब जानते हैं कुछ गंभीर स्थितियों के बारे में जो पेट फूलने का कारण बन सकती हैं (1):
आगे अब हम पेट फूलने के लक्षण बता रहे हैं।
पेट फूलने की समस्या को समय रहते पहचानने के लिए पेट फूलने के लक्षण पता होना जरूरी है। यह लक्षण कुछ इस प्रकार देखने को मिल सकते हैं (1):
अब हम घरेलू तौर पर पेट फूलने के उपचार में किन चीजों को शामिल किया जा सकता है, यह जानेंगे।
पेट फूलने का इलाज करने के लिए हेल्थ एक्सपर्ट पेट फूलने की दवा लेने की सलाह दे सकते हैं, जो कुछ इस प्रकार हैं (2):
इलाज के बाद आइए अब हम पेट फूलने में क्या खाना चाहिए, यह जानते हैं।
पेट फूलने की समस्या का मुख्य कारण इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम की स्थिति को माना जाता है। इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम की समस्या से बचाव के लिए स्वास्थ्य सलाहकार घुलनशील फाइबर युक्त और लो फूडमैप ((FODMAPs) डाइट लेने की सलाह देते हैं।
फूडमैप का अर्थ है, कम फर्मेंटेबल ओलिगोसैकैराइड, डिसैकैराइड, मोनोसैकैराइड और पॉलीयोल्स युक्त खाद्य (3)। यहां हम घुलनशील फाइबर और लो फूडमैप युक्त खाद्यों के विषय में अलग-अलग बता रहे हैं।
घुलनशील फाइबर युक्त आहार कुछ इस प्रकार हैं (4):
लो फूडमैप खाद्य में निम्न चीजों को शामिल किया जा सकता है (5):
अब जानते हैं पेट का फूलना जैसी समस्या होने पर किन चीजों से परहेज करना चाहिए।
खाने के बाद पेट फूलना की समस्या से राहत पाने के लिए कुछ चीजों से परहेज किया जाना आवश्यक है, जो कुछ इस प्रकार हैं (1):
पेट फूलने की समस्या इतनी भी जटिल नहीं कि इससे राहत न पाई जा सके। बस जरूरत है तो सही जानकारी और उपाय की। लेख में हमने पेट फूलने की समस्या से बचाव संबंधी कई जरूरी बातें बताई हैं। इन जानकारियों के माध्यम से काफी हद तक पेट फूलने के लक्षण को हल करने में मदद मिल सकती है। राहत न मिलने या स्थिति गंभीर होने पर बिना देर किए डॉक्टर से सम्पर्क करें।
कब्ज, डायरिया, मल में खून आना, उल्टी होना, सीने में जलन होना या शरीर का वजन कम होने की स्थिति में सतर्क हो जाना चाहिए और जल्द से जल्द इलाज शुरू करवाना चाहिए (1)।
जी हां, पेट फूलने की परेशानी को दूर करने में नींबू-पानी बेहद लाभकारी माना जा सकता है। दरअसल, नींबू में एंटासिड की उच्च मात्रा पाई जा सकती है (6)। एसिड रिफक्स के कारण पेट फूलने की समस्या हो सकती है (1)। ऐसे में नींबू पेट फूलने की समस्या में लाभकारी माना जाता है।
हां, फेट फूलने की समस्या में शुरुआत में सिर्फ पानी पीने की ही सलाह दी जाती है (7)। इसलिए माना जा सकता है कि पानी ब्लोटिंग की समस्या को कम कर सकता है।
पेट फूलना गैस बनना जब परेशान करे, तो अज्वाइन पानी, पुदीने की चाय, कैमोमाइल टी और ग्रीन टी का सेवन करने से पेट फूलने की परेशानी में राहत मिलती है (3) (4) (8)।
बच्चे का पेट फूलना या उसे गैस की समस्या होने पर उसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए। वैकल्पिक उपचार के तौर पर नींबू पानी या डिटॉक्स ड्रिंक दे सकते हैं।
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