प्रस्तुतकर्ता
Sunita Regmi
Pregnancy
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हम क्या खाते हैं, इसका सीधा असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है। कुछ खाद्य हमें बीमार करते हैं, कुछ खाद्य हमें बीमारियों से सुरक्षा कवच प्रदान कर सकते हैं। ऐसा तभी संभव है जब हमें यह मालूम हो कि किस बीमारी में किस चीज का सेवन करना बेहतर हो सकता है। यही वजह है कि स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम बताने वाले हैं कि डिप्रेशन में क्या खाना चाहिए। साथ ही डिप्रेशन में क्या नहीं खाना चाहिए, इसके बारे में भी जानने के लिए लेख के अंत तक बने रहें।
डिप्रेशन में क्या खाएं, यह जानते हैं।
यहां हम कुछ ऐसे खाद्यों के बारे में बताएंगे, जो डिप्रेशन के लक्षणों को काफी हद तक कम करने में मददगार हो सकते हैं। साथ ही हम यह स्पष्ट कर दें कि नीचे बताए गए खाद्य पदार्थ डिप्रेशन की समस्या का इलाज नहीं है। डिप्रेशन से बचाव के लिए आहार कुछ इस प्रकार हैं:
सेलेनियम की कमी अवसाद यानी डिप्रेशन का कारण बन सकती है। इस विषय पर हुए एक शोध में पाया गया कि शरीर में सेलेनियम का कम स्तर मूड में बदलाव ला सकता है जिसके कारण चिंता, अवसाद और थकान की स्थिति बन सकती है (1)।
ऐसे में आहार में सेलेनियम युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल कर मूड में सुधार कर अवसाद की स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है। सेलेनियम युक्त खाद्य पदार्थों के तौर पर आहार में सी फूड, ब्रेड, चिकन, मछली और अनाज को शामिल किया जा सकता है (2)।
अवसाद को दूर करने और मूड को बेहतर करने के लिए विटामिन डी के फायदे देखे गए हैं। एक रिसर्च पेपर के मुताबिक, विटामिन डी का कम स्तर मूड को खराब और अवसादग्रस्त का कारण बन सकता है।
ऐसे में पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी के सेवन से न सिर्फ मूड को ठीक किया जा सकता है, बल्कि अवसाद की समस्या पर भी कुछ हद तक काबू पाया जा सकता है। शाेध में इस बात की पुष्टि भी होती है कि विटामिन डी लोगों में मूड संंबंधि विकार को दूर कर मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकता है (3)।
विटामिन डी युक्त खाद्य पदार्थों के लिए डाइट में संतरे का रस, टूना मछली, साल्मन मछली, अंडा, दूध, डेयरी प्रोडक्ट्स और सोया मिल्क को शामिल किया जा सकता है। इसके अलावा सूर्य की राेशनी को भी विटामिन डी का अच्छा स्रोत माना जाता है (3)।
ओमेगा 3 युक्त खाद्य पदार्थ भी मूड में सुधार कर डिप्रेशन को नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिसर्च से जानकारी मिलती है कि ओमेगा-3 फैटी एसिड मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बढ़ाने के साथ ही मूड को सुधारने में फायदेमंद हो सकते हैं।
इससे अवसाद और उसके लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है। ओमेगा 3 के लिए साल्मन मछली, अलसी, चिया सीड्स, कीवी, बटरनट्स, और अखरोट को डाइट में शामिल किया जा सकता है (4)।
डिप्रेशन की समस्या को एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव द्वारा भी काबू किया जा सकता है। इस विषय पर हुई रिसर्च के अनुसार ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस तनाव और चिंता की स्थिति के कारणों में से एक है।
शोध में इस बात का जिक्र भी मिलता है कि एंटीऑक्सीडेंट न सिर्फ ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं, साथ ही एंटीडिप्रेशन प्रभाव प्रदर्शित कर सकते हैं। इस तरह मूड को ठीक करने और अवसाद की स्थिति को कम करने में एंटीऑक्सीडेंट युक्त खाद्य मदद कर सकते हैं (5)।
फलों और सब्जियों को एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा स्रोत माना जाता है। इसके अलावा डेयरी प्रोडक्ट्स, अंडे, चॉकलेट, फलों का रस, सलाद आदि में भी इसकी अच्छी मात्रा होती है (6)।
प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थों के सेवन से भी डिप्रेशन की समस्या को कुछ हद तक कम किया जा सकता है। इससे संबंधित एक रिसर्च के मुताबिक प्रोटीन युक्त आहार में अमीनो एसिड पाए जाते हैं। अमीनो एसिड मस्तिष्क की कार्य प्रणाली और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं (7)।
इसके अलावा, अमीनो एसिड की कमी से न्यूरोट्रांसमीटर का पर्याप्त संश्लेषण नहीं होता, जो खराब मूड का कारण बन सकता है। इस आधार पर हम कह सकते हैं कि प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे कि मीट, दूध, डेयरी उत्पाद और अंडे का सेवन मूड को सही रखने में मददगार हो सकते हैं (7)।
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लेख के इस हिस्से में हम बता रहे हैं डिप्रेशन में क्या नहीं खाना चाहिए।
डिप्रेशन की समस्या होने पर क्या-क्या खाया जा सकता है, यह तो आप जान ही चुके हैं। साथ ही डिप्रेशन में क्या न खाएं इस बात की जानकारी होना भी जरूरी है। ऐसा इसलिए क्योंकि कुछ खाद्य पदार्थ डिप्रेशन की समस्या को बढ़ा सकते हैं, जिनके बारे में नीचे बता रहे हैं:
अवसाद कभी भी किसी को भी प्रभावित कर सकता है। इस समस्या से बचने के लिए जीवन शैली में सुधार होने के साथ-साथ आहार पर ध्यान देना भी आवश्यक है। लेख में ऊपर हमने डिप्रेशन में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं, इस विषय पर विस्तार से जानकारी दी है। हमारी हमेशा कोशिश रहती है कि हम अपने पाठक तक सटीक जानकारी पहुंचाएं। आशा करते हैं कि अवसाद में सेवन करने योग्य खाद्यों पर आधारित यह लेख आपके लिए फायदेमंद रहा होगा।
कौन से फल अवसाद की समस्या में मदद करते हैं?
एक शोध में केला, सेब, सिट्रस फल, बेरीज, अंगूर, कीवी आदि फलों को डिप्रेशन की समस्या को नियंत्रित करने के लिए मददगार माना गया है (13)।
हां, शोध के अनुसार सीमित मात्रा में काॅफी का सेवन डिप्रेशन की समस्या को कुछ हद तक कम करने में मददगार हो सकता है। ध्यान दें कि इसकी अधिकता से अवसाद के लक्षण गंभीर रूप भी ले सकते हैं (14)।
हां, डिप्रेशन में दूध का सेवन फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, अमीनो एसिड को डिप्रेशन के लिए अच्छा माना जाता है। दूध में मौजूद प्रोटीन में सभी अमीनो एसिड पाए जाते हैं (15)।
हां, केले का सेवन अवसाद की समस्या को कम करने में लाभदायक हो सकता है। दरअसल, इसमें फाइटो-एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं, जो तनाव, चिंता और अवसाद से राहत में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है (16)।
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