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कान में दर्द के कारण और घरेलू उपचार - Earache (Ear Pain) Home Remedies in Hindi

भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों को कई तरीके की शारीरिक समस्याएं होती हैं। कान का दर्द भी इन्हीं में से एक है। यह किसी के लिए भी तकलीफदेह हो सकता है। कभी-कभी यह दर्द कम समय के लिए ही और कभी यह दर्द लंबे समय तक रह सकता है। 

कान का दर्द इतना तेज होता है कि सिर्फ कान ही नहीं, बल्कि सिर दर्द से लेकर दांतों में भी दर्द होने लगता है। ऐसे में इसका इलाज जरूरी हो जाता है। यही कारण है कि हम कान दर्द का रामबाण इलाज बता रहे हैं। चलिए हमारे साथ जानिए कान दर्द का घरेलू उपचार और कान में दर्द के कारण और लक्षण।

सबसे पहले कान में दर्द के कारण को जान लेते हैं।

कान में दर्द के कारण - Causes of Earache Hindi

नीचे जानिए कान में दर्द के विभिन्न कारण (1) :

  • जबड़े का गठिया
  • कम समय तक कान में संक्रमण
  • लंबे समय तक कान में संक्रमण
  • कान में किसी प्रकार की चोट
  • इयर वैक्स का अधिक जमाव या कान में किसी चीज का फंस जाना
  • कान के पर्दे में छेद होना
  • साइनस का इन्फेक्शन
  • गले में खराश
  • टेम्पोरोमैंडिबुलर ज्वाइंट सिंड्रोम (जबड़े के जोड़ व आसपास की मांसपेशियां से जुड़ी समस्या)
  • दांतों से जुड़ा संक्रमण

कान में दर्द के लक्षण नीचे बताए गए हैं।

कान में दर्द के लक्षण - Earache Symptoms in Hindi

कान में दर्द अपने आप में एक लक्षण है, जो कान से जुड़े संक्रमण, जैसे ओटाइटिस मीडिया (मिडिल ईयर से जुड़ा संक्रमण) व स्वीमर्स ईयर (कान के बाहरी कैनाल से जुड़ा संक्रमण) के अलावा कई कारणों से हो सकता है (1)। कान में दर्द के साथ कुछ अन्य निम्नलिखित परेशानियां भी दिख सकती हैं :

  • कान में अधिक या कम दर्द की अनुभूति
  • कान दर्द के कारण असहजता
  • अधिक तेज आवाज को सुनने में परेशानी
  • कान दर्द के कारण चिड़चिड़ापन

अब जानिए कान दर्द का रामबाण इलाज।

कान दर्द के घरेलू उपचार - Effective Home Remedies for Ear Pain in Hindi

कान में दर्द के लिए कान दर्द का घरेलू उपचार किया जा सकता है। इन घरेलू नुस्खों से कान के दर्द का इलाज कुछ हदतक हो सकता है। ध्यान दें कि यहां बताए गए घरेलू उपाय कान दर्द का डॉक्टरी इलाज नहीं हैं। इनका इस्तेमाल केवल दर्द को कुछ कम कर सकता है। आइए, अब जानते हैं क्या है कान दर्द का घरेलू उपचार :

1. लहसुन

सामग्री :

  • लहसुन - एक से दो कली
  • सरसों का तेल - एक चम्मच

उपयोग करने का तरीका :

  • लहसुन की कलियों को अच्छे से छिलकर छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें।
  • अब इसके टुकड़ों को सरसों तेल में डालकर कर गर्म कर लें।
  • इसके बाद ठंडा होने पर इसे छान लें और दो से तीन बूंद  से कान के आसपास मसाज कर दें।
  • आराम मिलने तक इसका प्रयोग रोजाना दो से तीन बार किया जा सकता है।

कैसे है फायदेमंद :

कान में दर्द होना कष्टदायक हो सकता है। इससे राहत पाने के लिए कान दर्द के घरेलू उपचार के तौर पर लहसुन का उपयोग फायदेमंद हो सकता है। एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) में मौजूद एक रिसर्च के मुताबिक, प्राकृतिक सामग्रियों से बना इयर ड्रॉप जिसमें लहसुन का अर्क भी शामिल है, कान दर्द में लाभकारी हो सकता है (2)।

इसके अलावा, लहसुन में एलिसिन (allicin) और एस-एलिल सिस्टीन (s-allyl cysteine) नामक यौगिक होते हैं। ये एंटी माइक्रोबियल गतिविधि प्रदर्शित करते हैं। इसका यह गुण कान में बैक्टीरिया के कारण होने वाले संक्रमण के इलाज में मदद कर सकता है (3)। इससे बैक्टीरियल इन्फेक्शन के कारण होने वाले कान दर्द का रामबाण इलाज किया जा सकता है।

2. तुलसी या नीम का रस

सामग्री :

  • तुलसी का तेल - 2 से 3 बूंद
               या
  • नीम के बीज - 5 से 6

उपयोग करने का तरीका :

  • तुलसी के तेल को रूई की मदद से कान के मुंह और आसपास लगा लें।
  • अगर चाहें, तो तुलसी के जगह नीम के बीजों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • नीम के बीज को साफ कर पीस लें और उसका रस निकाल लें।
  • फिर इसके रस की दो बूंद कान में डालें।
  • दर्द से राहत मिलने तक रोजाना दो बार यह उपाय किया जा सकता है।

कैसे है फायदेमंद :

गले और कान में दर्द से राहत पाने के लिए तुलसी का इस्तेमाल करना लाभकारी माना जा सकता है। इससे संबंधित एक शोध से जानकारी मिलती है कि तुलसी के तेल का उपयोग इयर ड्रॉप के लिए किया जाता है। दरअसल, इसमें दर्द निवारक प्रभाव होते हैं, जो कान दर्द से राहत दिला सकता है (4)।

कान दर्द से राहत पाने के लिए नीम का उपयोग भी फायदेमंद साबित हो सकता है। बताया जाता है कि पारंपरिक चिकित्सा में नीम के बीज का उपयोग आंख और कान के संक्रमण से छुटकारा पाने के लिए भी किया जाता रहा है (5)। ऐसे में संक्रमण से होने वाला कान का दर्द कम हो सकता है। 

3. गर्म सिकाई

सामग्री :

  • हॉट पैड या एक बड़ा सूती कपड़ा

उपयोग करने का तरीका :

  • सूती कपड़े को कई तह में मोड़ दें।
  • अब गैस पर तवा गर्म कर लें।
  • फिर गर्म तवे पर सूती कपड़े को कुछ सेकंड के लिए गर्म करें।
  • जब यह हल्का गर्म हो जाए, तो कान के आस-पास और गले की सिकाई करें।
  • अगर चाहें, तो गर्म सिकाई के लिए बाजार में मिलने वाले हॉट पैड का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • इसका उपयोग दर्द महसूस होने पर दिन में दो बार किया जा सकता है।

कैसे है फायदेमंद :

इयर प्रॉब्लम से राहत पाने के लिए गर्म सिकाई भी मददगार साबित हो सकती है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर मौजूद एक केस स्टडी में इस बात का जिक्र मिलता है कि एक महिला जिसे कान में दर्द की शिकायत थी, उसने जब अपने कानों की गर्म सिकाई की, तो उसे थोड़े समय के लिए दर्द से राहत महसूस हुई (6)।

4. ठंडी सिकाई

सामग्री :

  • कोल्ड पैक या कोई गिला कपड़ा

उपयोग करने का तरीका :

  • कान के बाहरी हिस्से पर 20 मिनट के लिए एक कोल्ड पैक या गिला कपड़ा रखकर सिकाई करें।
  • दिन भर में दो बार इसका उपयोग किया जा सकता है।

कैसे है फायदेमंद :

कान दर्द से राहत पाने के लिए गर्म सिकाई के अलावा ठंडी सिकाई भी फायदेमंद मानी जाती है। माना जाता है कि कोल्ड पैक दर्द को कम करने के लिए एक प्रभावी तरीका साबित हो सकता है (1)। ऐसे में कान के दर्द से राहत पाने के लिए ठंडी सिकाई की मदद ली जा सकती है।

5. सरसों का तेल

सामग्री :

  • सरसों का तेल - 2 से 3 बूंद

उपयोग करने का तरीका :

  • सरसों के तेल को हल्का गर्म कर लें।
  • अब इसकी दो से तीन बूंद कान में डालें।
  • राहत मिलने तक रोजाना दिन में दो बार यह उपाय कर सकते हैं।

कैसे है फायदेमंद :

सरसों तेल की मदद से भी कान दर्द का घरेलू उपाय किया जा सकता है। एक अध्ययन में इस बात का जिक्र मिलता है कि कान का दर्द दूर करने के लिए गुनगुना सरसों का तेल और तुलसी का मिश्रण उपयोगी साबित हो सकता है (7)। 

यही नहीं, सरसों के तेल का इस्तेमाल वैक्सी इयर की समस्या से भी राहत दिला सकता है। एक शोध की मानें, तो कान साफ करने के लिए घरेलू उपचार के तौर पर सरसों का तेल बेहद कारगर साबित हो सकता है (8)। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि सरसों का तेल कान दर्द से राहत दिलाने के अलावा कान की सफाई के लिए उपयोगी साबित हो सकता है।

6. सेंधा नमक

सामग्री :

  • सेंधा नमक - आधा चम्मच
  • गर्म पानी - एक कप

उपयोग करने का तरीका :

  • गर्म पानी में सेंधा नमक मिला लें।
  • अब इससे कान में भाप लें।
  • दिन में दो बार इस प्रक्रिया को दोहराया जा सकता है।

कैसे है फायदेमंद :

कान दर्द से राहत पाने के लिए सेंधा नमक का उपयोग फायदेमंद साबित हो सकता है। इस बारे में एक शोध से पता चलता है कि नमक और पानी का घोल कान की तकलीफ को दूर करने में सहायक हो सकता है। 

यही नहीं, नमक-पानी के घोल से गरारा करने पर गले की खराश भी कम हो सकती है (9)। दरअसल, गले की खराश को भी कान दर्द का एक कारण माना गया है (1)।

ऐसे में, यह कहना गलत नहीं होगा कि सेंधा नमक और पानी के इस्तेमाल से गले में खराश के कारण हो रहे कान दर्द से राहत मिल सकती है।

7. नारियल का तेल

सामग्री :

  • नारियल का तेल - 1 चम्मच
  • तुलसी के पत्ते - 1 से 2

उपयोग करने का तरीका :

  • नारियल के तेल में तुलसी के पत्तों को डाल कर हल्का गर्म कर लें।
  • इसके बाद दो से तीन बूंद तेल से कान के आसपस मालिश करें।
  • समस्या के दिनों में रोजाना दो बार इसका उपयोग करें।

कैसे है फायदेमंद :

त्वचा के लिए नारियल तेल के फायदे तो है ही। इसके अलावा, इसका उपयोग कान दर्द की दवा के तौर पर भी किया जा सकता है। इस बारे में प्रकाशित एक शोध से पता चलता है कि नारियल के तेल में एंटी माइक्रोबियल (बैक्टीरिया से बचाने वाला) और एंटी फंगल (फंगल संक्रमण से बचाने वाला) प्रभाव होते हैं। ये दोनों गुण कान को बैक्टीरियल और फंगल संक्रमण से बचाते हैं (10)। 

इसके अलावा, नारियल तेल में एनाल्जेसिक प्रभाव यानी दर्द से राहत दिलाने वाले गुण भी मौजूद होते हैं (11)। ऐसे में हम कह सकते हैं कि नारियल तेल का उपयोग कुछ हद तक कान दर्द का घरेलू उपचार करने में मददगार हो सकता है।

8. टी ट्री ऑयल

सामग्री :

  • टी ट्री ऑयल - 3 से 4 बूंद
  • जैतून का तेल - 6 से 8 बूंद

उपयोग करने का तरीका :

  • दोनों तेलों को आपस में मिला लें।
  • अब इस मिश्रण से कान के आसपास मालिश करें।
  • इसके अलावा, कान के बाहरी हिस्से पर भी तेल लगा सकते हैं।
  • दर्द महसूस होने पर ऐसा किया जा सकता है।

कैसे है फायदेमंद :

कान में दर्द हो तो क्या करें, इस सवाल का जवाब है टी ट्री ऑयल। जी हां, टी ट्री ऑयल की मदद से भी कान में दर्द का घरेलू उपाय किया जा सकता है। दरअसल, टी ट्री ऑयल में एंटी फंगल (फंगस से लड़ने वाला) प्रभाव मौजूद होता है, जो फंगस के कारण कान में फैले संक्रमण के खिलाफ प्रभावी हो सकता है (12)।

वहीं, जैसा कि हमने लेख के शुरुआत में बताया कि कान में दर्द का एक कारण कान में फैले संक्रमण को भी माना गया है (1)। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि टी ट्री ऑयल का उपयोग करके फंगल संक्रमण के कारण हो रहे कान दर्द का उपाय किया जा सकता है।

9. एसेंशियल ऑयल

सामग्री :

  • लेमन ग्रास एसेंशियल ऑयल की कुछ बूंदें
  • या दालचीनी के तेल की कुछ बूंदें

उपयोग करने का तरीका :

  • ऊपर बताए गए किसी भी तेल से कान के बाहरी हिस्से और आसपास मालिश करें।
  • समस्या के दिनों में प्रभावित हिस्से की मालिश दिन में 3 से 4 बार कर सकते हैं।

कैसे है फायदेमंद :

कान में दर्द से राहत पाने के लिए एसेंशियल ऑयल बेहद लाभकारी माने जा सकते हैं। बताया जाता है कि लेमन ग्रास एसेंशियल ऑयल और दालचीनी के तेल में एंटी फंगल (फंगस से लड़ने वाला) गुण मौजूद होते हैं (13)। ऐसे में इसका उपयोग कान में फंगल संक्रमण के कारण होने वाले कान दर्द और कान में फुंसी का इलाज करने में मददगार हो सकता है।

10. लौंग का तेल

सामग्री :

  • लौंग का तेल - 3 से 4 बूंद
  • तिल का तेल - 3 से 4 बूंद

उपयोग करने का तरीका :

  • लौंग के तेल और तिल के तेल को आपस में मिलाकर हल्का गर्म कर लें।
  • इसके बाद एक कॉटन बॉल की मदद से इस मिश्रण की दो-तीन बूंद को कान में डालें।
  • जब भी दर्द हो, यह उपाय किया जा सकता है।

कैसे है फायदेमंद :

कान दर्द का घरेलू उपचार करने के लिए लौंग के तेल के उपयोग के साथ-साथ तिल के तेल का इस्तेमाल करना फायदेमंद साबित हो सकता है। इससे संबंधित एक शोध में इस बात की जानकारी मिलती है कि लौंग और तिल के तेल का मिश्रण कान में दर्द को ठीक करने में उपयोगी साबित हो सकता है (14)। यही कारण है कि लौंग के तेल को कान दर्द का रामबाण इलाज माना गया है।

कान दर्द का घरेलू उपाय जानने के बाद इसके मेडिकल ट्रीटमेंट के बारे में भी जान लीजिए।

कान दर्द के लिए मेडिकल ट्रीटमेंट - Medical treatment for Ear-Pain in Hindi

अगर घरेलू नुस्खों की मदद से कान का दर्द ठीक नहीं हो पा रहा है, तो ऐसे में मेडिकल ट्रीटमेंट की सलाह दी जा सकती है। यहां हम कुछ ऐसे ही मेडिकल ट्रीटमेंट के बारे में बता रहे हैं, जिनकी मदद से कान के दर्द से राहत मिल सकती है :

1. एंटीबायोटिक्स : अगर कान में दर्द संक्रमण की वजह से है, तो ऐसे में कान दर्द की दवा के तौर पर एंटीबायोटिक दवाओं की सलाह दी जा सकती है (15)।

2. एनेस्थेटिक ड्रॉप : कान दर्द से राहत पाने के लिए एनेस्थेटिक्स ड्रॉप के इस्तेमाल की भी सलाह दी जा सकती है। यह तीव्र दर्द से आराम दिलाने में मददगार साबित हो सकता है (16)।

3. इयर ड्रॉप : इयर पेन से निजात पाने के लिए एंटीबायोटिक या स्टेरॉयड युक्त इयर ड्रॉप का भी उपयोग किया जा सकता है। यह कान के संक्रमण के लक्षणों से प्रभावी रूप से छुटकारा दिला सकते हैं (17)।

4. स्टेरॉयड नस्ल स्प्रे : कान के संक्रमण को कम करने के लिए एक स्टेरॉयड नस्ल स्प्रे का भी उपयोग किया जा सकता है (1)। इसके इस्तेमाल से भी दर्द से कुछ हद तक राहत मिल सकती है।

नोट : बिना डॉक्टरी परामर्श के किसी भी कान की दवा का इस्तेमाल न करें।

कान दर्द का इलाज जानने के बाद पढ़ें इयर पेन के लिए डॉक्टरी परामर्श कब करें।

कान में दर्द के लिए डॉक्टर की सलाह कब लेनी चाहिए?

यहां बताए गए लक्षणों के सामने आने पर बिना देर किए डॉक्टर के पास जाना चाहिए (1) :

  • तेज बुखार के साथ असहनीय कान का दर्द।
  • कान का संक्रमण सामान्य से अलग लग रहा हो।
  • कान दर्द के साथ चक्कर आना।
  • सिरदर्द, कान के आसपास सूजन या चेहरे की मांसपेशियों में कमजोरी।
  • अगर कान का तेज दर्द अचानक बंद हो जाता है (यह कान का पर्दा फटने का संकेत हो सकता है)।
  • इसके अलावा, दर्द, बुखार या चिड़चिड़ापन बदतर हो जाए और 24 से 48 घंटों के भीतर इसमें कोई सुधार न हो।

लेख के अंत में जाने इयर प्रॉब्लम से बचाव के लिए क्या करना चाहिए।

कान में दर्द से बचाव - Preventing Ear-Pain in Hindi

कान दर्द से बचाव के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। तो चलिए जान लेते हैं वो टिप्स (1) :

  • धूम्रपान से बचें, खासकर बच्चों में सामने न करें।
  • कान में किसी वस्तु को न डालें।
  • नहाने या तैरने के बाद कानों को अच्छी तरह सुखाएं।
  • जिस चीज से एलर्जी है, उसका इस्तेमाल न करें।
  • प्लेन के सफर के दौरान बबलगम चबा सकते हैं।

हमने लेख में बताया कि कान दर्द किसी को भी हो सकती है। ऐसे में इस समस्या से निजात पाने के लिए बताए गए कान दर्द के घरेलू उपाय किए जा सकते हैं। साथ ही इससे बचे रहने के लिए टिप्स फॉलो जरूर करें। अगर कान दर्द की समस्या गंभीर हो, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। 

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल :

मुझे कैसे पता चलेगा कि कान का दर्द गंभीर है?

डॉक्टर की सलाह कब लेनी चाहिए, वाले सेक्शन में हमने विस्तार से इस विषय में बताया है।

रात के समय कान में अधिक दर्द क्यों होता है?

रात के समय कान में अधिक दर्द क्यों होता है, इस बारे में कोई सटीक वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद नहीं है। इसलिए, इस विषय के बारे में डॉक्टर से सलाह लें।

कान दर्द के संकेत क्या हैं?

कान में दर्द होना खुद में एक संकेत है, जो कान के संक्रमण या फिर अन्य कारणों की वजह से हो सकता है (1)। लेख में हमने इस बारे में विस्तार से बताया है।

कान के दर्द को तुरंत कैसे दूर कर सकते हैं?

कान के दर्द को तुरंत दूर नहीं किया जा सकता है। लेख में बताए गए घरेलू उपाय भी असर दिखाने में समय लेते हैं। अगर कान में तेज दर्द हो रहा हो, तो ऐसी स्थिति में उसे बिना देर किए डॉक्टर के पास जाना चाहिए।

मुझे कान के दर्द के साथ कैसे सोना चाहिए?

कान दर्द के दौरान पीठ के बल सीधे सोना चाहिए (1)।

क्या कान के संक्रमण अपने आप चले जाते हैं?

हां, अगर संक्रमण हल्का है, तो कुछ दिनों या हफ्तों में अपने आप चला जाता है। लेकिन, कभी-कभी यह लंबे समय तक रह सकता है और दुर्लभ मामलों में यह आस-पास के ऊतकों में फैल सकता है (18)।

संक्रमण के बिना कान दर्द का कारण क्या है?

संक्रमण के अलावा भी कान दर्द के कई कारण हो सकते हैं। जैसे - जबड़े का गठिया, कान में किसी वस्तु का फंस जाना, कान के पर्दे में छेद होना, दांतों में दर्द या गले में खराश होना आदि (1)।

क्या विक्स कान के दर्द में मदद करता है?

कान के दर्द में विक्स मदद नहीं कर सकता है।

मैं कान के दर्द के लिए रूई पर क्या डाल सकता हूं?

कान दर्द से राहत पाने के लिए लेख में बताए गई सामग्रियों को रूई में डाल कर इस्तेमाल कर सकते हैं। जैसे - लौंग का तेल, तिल का तेल आदि (19)।

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