प्रस्तुतकर्ता
Sunita Regmi
Pregnancy
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भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों को कई तरीके की शारीरिक समस्याएं होती हैं। कान का दर्द भी इन्हीं में से एक है। यह किसी के लिए भी तकलीफदेह हो सकता है। कभी-कभी यह दर्द कम समय के लिए ही और कभी यह दर्द लंबे समय तक रह सकता है।
कान का दर्द इतना तेज होता है कि सिर्फ कान ही नहीं, बल्कि सिर दर्द से लेकर दांतों में भी दर्द होने लगता है। ऐसे में इसका इलाज जरूरी हो जाता है। यही कारण है कि हम कान दर्द का रामबाण इलाज बता रहे हैं। चलिए हमारे साथ जानिए कान दर्द का घरेलू उपचार और कान में दर्द के कारण और लक्षण।
सबसे पहले कान में दर्द के कारण को जान लेते हैं।
नीचे जानिए कान में दर्द के विभिन्न कारण (1) :
कान में दर्द के लक्षण नीचे बताए गए हैं।
कान में दर्द अपने आप में एक लक्षण है, जो कान से जुड़े संक्रमण, जैसे ओटाइटिस मीडिया (मिडिल ईयर से जुड़ा संक्रमण) व स्वीमर्स ईयर (कान के बाहरी कैनाल से जुड़ा संक्रमण) के अलावा कई कारणों से हो सकता है (1)। कान में दर्द के साथ कुछ अन्य निम्नलिखित परेशानियां भी दिख सकती हैं :
अब जानिए कान दर्द का रामबाण इलाज।
कान में दर्द के लिए कान दर्द का घरेलू उपचार किया जा सकता है। इन घरेलू नुस्खों से कान के दर्द का इलाज कुछ हदतक हो सकता है। ध्यान दें कि यहां बताए गए घरेलू उपाय कान दर्द का डॉक्टरी इलाज नहीं हैं। इनका इस्तेमाल केवल दर्द को कुछ कम कर सकता है। आइए, अब जानते हैं क्या है कान दर्द का घरेलू उपचार :
सामग्री :
उपयोग करने का तरीका :
कैसे है फायदेमंद :
कान में दर्द होना कष्टदायक हो सकता है। इससे राहत पाने के लिए कान दर्द के घरेलू उपचार के तौर पर लहसुन का उपयोग फायदेमंद हो सकता है। एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) में मौजूद एक रिसर्च के मुताबिक, प्राकृतिक सामग्रियों से बना इयर ड्रॉप जिसमें लहसुन का अर्क भी शामिल है, कान दर्द में लाभकारी हो सकता है (2)।
इसके अलावा, लहसुन में एलिसिन (allicin) और एस-एलिल सिस्टीन (s-allyl cysteine) नामक यौगिक होते हैं। ये एंटी माइक्रोबियल गतिविधि प्रदर्शित करते हैं। इसका यह गुण कान में बैक्टीरिया के कारण होने वाले संक्रमण के इलाज में मदद कर सकता है (3)। इससे बैक्टीरियल इन्फेक्शन के कारण होने वाले कान दर्द का रामबाण इलाज किया जा सकता है।
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उपयोग करने का तरीका :
कैसे है फायदेमंद :
गले और कान में दर्द से राहत पाने के लिए तुलसी का इस्तेमाल करना लाभकारी माना जा सकता है। इससे संबंधित एक शोध से जानकारी मिलती है कि तुलसी के तेल का उपयोग इयर ड्रॉप के लिए किया जाता है। दरअसल, इसमें दर्द निवारक प्रभाव होते हैं, जो कान दर्द से राहत दिला सकता है (4)।
कान दर्द से राहत पाने के लिए नीम का उपयोग भी फायदेमंद साबित हो सकता है। बताया जाता है कि पारंपरिक चिकित्सा में नीम के बीज का उपयोग आंख और कान के संक्रमण से छुटकारा पाने के लिए भी किया जाता रहा है (5)। ऐसे में संक्रमण से होने वाला कान का दर्द कम हो सकता है।
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उपयोग करने का तरीका :
कैसे है फायदेमंद :
इयर प्रॉब्लम से राहत पाने के लिए गर्म सिकाई भी मददगार साबित हो सकती है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर मौजूद एक केस स्टडी में इस बात का जिक्र मिलता है कि एक महिला जिसे कान में दर्द की शिकायत थी, उसने जब अपने कानों की गर्म सिकाई की, तो उसे थोड़े समय के लिए दर्द से राहत महसूस हुई (6)।
सामग्री :
उपयोग करने का तरीका :
कैसे है फायदेमंद :
कान दर्द से राहत पाने के लिए गर्म सिकाई के अलावा ठंडी सिकाई भी फायदेमंद मानी जाती है। माना जाता है कि कोल्ड पैक दर्द को कम करने के लिए एक प्रभावी तरीका साबित हो सकता है (1)। ऐसे में कान के दर्द से राहत पाने के लिए ठंडी सिकाई की मदद ली जा सकती है।
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उपयोग करने का तरीका :
कैसे है फायदेमंद :
सरसों तेल की मदद से भी कान दर्द का घरेलू उपाय किया जा सकता है। एक अध्ययन में इस बात का जिक्र मिलता है कि कान का दर्द दूर करने के लिए गुनगुना सरसों का तेल और तुलसी का मिश्रण उपयोगी साबित हो सकता है (7)।
यही नहीं, सरसों के तेल का इस्तेमाल वैक्सी इयर की समस्या से भी राहत दिला सकता है। एक शोध की मानें, तो कान साफ करने के लिए घरेलू उपचार के तौर पर सरसों का तेल बेहद कारगर साबित हो सकता है (8)। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि सरसों का तेल कान दर्द से राहत दिलाने के अलावा कान की सफाई के लिए उपयोगी साबित हो सकता है।
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उपयोग करने का तरीका :
कैसे है फायदेमंद :
कान दर्द से राहत पाने के लिए सेंधा नमक का उपयोग फायदेमंद साबित हो सकता है। इस बारे में एक शोध से पता चलता है कि नमक और पानी का घोल कान की तकलीफ को दूर करने में सहायक हो सकता है।
यही नहीं, नमक-पानी के घोल से गरारा करने पर गले की खराश भी कम हो सकती है (9)। दरअसल, गले की खराश को भी कान दर्द का एक कारण माना गया है (1)।
ऐसे में, यह कहना गलत नहीं होगा कि सेंधा नमक और पानी के इस्तेमाल से गले में खराश के कारण हो रहे कान दर्द से राहत मिल सकती है।
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उपयोग करने का तरीका :
कैसे है फायदेमंद :
त्वचा के लिए नारियल तेल के फायदे तो है ही। इसके अलावा, इसका उपयोग कान दर्द की दवा के तौर पर भी किया जा सकता है। इस बारे में प्रकाशित एक शोध से पता चलता है कि नारियल के तेल में एंटी माइक्रोबियल (बैक्टीरिया से बचाने वाला) और एंटी फंगल (फंगल संक्रमण से बचाने वाला) प्रभाव होते हैं। ये दोनों गुण कान को बैक्टीरियल और फंगल संक्रमण से बचाते हैं (10)।
इसके अलावा, नारियल तेल में एनाल्जेसिक प्रभाव यानी दर्द से राहत दिलाने वाले गुण भी मौजूद होते हैं (11)। ऐसे में हम कह सकते हैं कि नारियल तेल का उपयोग कुछ हद तक कान दर्द का घरेलू उपचार करने में मददगार हो सकता है।
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उपयोग करने का तरीका :
कैसे है फायदेमंद :
कान में दर्द हो तो क्या करें, इस सवाल का जवाब है टी ट्री ऑयल। जी हां, टी ट्री ऑयल की मदद से भी कान में दर्द का घरेलू उपाय किया जा सकता है। दरअसल, टी ट्री ऑयल में एंटी फंगल (फंगस से लड़ने वाला) प्रभाव मौजूद होता है, जो फंगस के कारण कान में फैले संक्रमण के खिलाफ प्रभावी हो सकता है (12)।
वहीं, जैसा कि हमने लेख के शुरुआत में बताया कि कान में दर्द का एक कारण कान में फैले संक्रमण को भी माना गया है (1)। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि टी ट्री ऑयल का उपयोग करके फंगल संक्रमण के कारण हो रहे कान दर्द का उपाय किया जा सकता है।
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उपयोग करने का तरीका :
कैसे है फायदेमंद :
कान में दर्द से राहत पाने के लिए एसेंशियल ऑयल बेहद लाभकारी माने जा सकते हैं। बताया जाता है कि लेमन ग्रास एसेंशियल ऑयल और दालचीनी के तेल में एंटी फंगल (फंगस से लड़ने वाला) गुण मौजूद होते हैं (13)। ऐसे में इसका उपयोग कान में फंगल संक्रमण के कारण होने वाले कान दर्द और कान में फुंसी का इलाज करने में मददगार हो सकता है।
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उपयोग करने का तरीका :
कैसे है फायदेमंद :
कान दर्द का घरेलू उपचार करने के लिए लौंग के तेल के उपयोग के साथ-साथ तिल के तेल का इस्तेमाल करना फायदेमंद साबित हो सकता है। इससे संबंधित एक शोध में इस बात की जानकारी मिलती है कि लौंग और तिल के तेल का मिश्रण कान में दर्द को ठीक करने में उपयोगी साबित हो सकता है (14)। यही कारण है कि लौंग के तेल को कान दर्द का रामबाण इलाज माना गया है।
कान दर्द का घरेलू उपाय जानने के बाद इसके मेडिकल ट्रीटमेंट के बारे में भी जान लीजिए।
अगर घरेलू नुस्खों की मदद से कान का दर्द ठीक नहीं हो पा रहा है, तो ऐसे में मेडिकल ट्रीटमेंट की सलाह दी जा सकती है। यहां हम कुछ ऐसे ही मेडिकल ट्रीटमेंट के बारे में बता रहे हैं, जिनकी मदद से कान के दर्द से राहत मिल सकती है :
1. एंटीबायोटिक्स : अगर कान में दर्द संक्रमण की वजह से है, तो ऐसे में कान दर्द की दवा के तौर पर एंटीबायोटिक दवाओं की सलाह दी जा सकती है (15)।
2. एनेस्थेटिक ड्रॉप : कान दर्द से राहत पाने के लिए एनेस्थेटिक्स ड्रॉप के इस्तेमाल की भी सलाह दी जा सकती है। यह तीव्र दर्द से आराम दिलाने में मददगार साबित हो सकता है (16)।
3. इयर ड्रॉप : इयर पेन से निजात पाने के लिए एंटीबायोटिक या स्टेरॉयड युक्त इयर ड्रॉप का भी उपयोग किया जा सकता है। यह कान के संक्रमण के लक्षणों से प्रभावी रूप से छुटकारा दिला सकते हैं (17)।
4. स्टेरॉयड नस्ल स्प्रे : कान के संक्रमण को कम करने के लिए एक स्टेरॉयड नस्ल स्प्रे का भी उपयोग किया जा सकता है (1)। इसके इस्तेमाल से भी दर्द से कुछ हद तक राहत मिल सकती है।
नोट : बिना डॉक्टरी परामर्श के किसी भी कान की दवा का इस्तेमाल न करें।
कान दर्द का इलाज जानने के बाद पढ़ें इयर पेन के लिए डॉक्टरी परामर्श कब करें।
यहां बताए गए लक्षणों के सामने आने पर बिना देर किए डॉक्टर के पास जाना चाहिए (1) :
लेख के अंत में जाने इयर प्रॉब्लम से बचाव के लिए क्या करना चाहिए।
कान दर्द से बचाव के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। तो चलिए जान लेते हैं वो टिप्स (1) :
हमने लेख में बताया कि कान दर्द किसी को भी हो सकती है। ऐसे में इस समस्या से निजात पाने के लिए बताए गए कान दर्द के घरेलू उपाय किए जा सकते हैं। साथ ही इससे बचे रहने के लिए टिप्स फॉलो जरूर करें। अगर कान दर्द की समस्या गंभीर हो, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।
डॉक्टर की सलाह कब लेनी चाहिए, वाले सेक्शन में हमने विस्तार से इस विषय में बताया है।
रात के समय कान में अधिक दर्द क्यों होता है, इस बारे में कोई सटीक वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद नहीं है। इसलिए, इस विषय के बारे में डॉक्टर से सलाह लें।
कान में दर्द होना खुद में एक संकेत है, जो कान के संक्रमण या फिर अन्य कारणों की वजह से हो सकता है (1)। लेख में हमने इस बारे में विस्तार से बताया है।
कान के दर्द को तुरंत दूर नहीं किया जा सकता है। लेख में बताए गए घरेलू उपाय भी असर दिखाने में समय लेते हैं। अगर कान में तेज दर्द हो रहा हो, तो ऐसी स्थिति में उसे बिना देर किए डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
कान दर्द के दौरान पीठ के बल सीधे सोना चाहिए (1)।
हां, अगर संक्रमण हल्का है, तो कुछ दिनों या हफ्तों में अपने आप चला जाता है। लेकिन, कभी-कभी यह लंबे समय तक रह सकता है और दुर्लभ मामलों में यह आस-पास के ऊतकों में फैल सकता है (18)।
संक्रमण के अलावा भी कान दर्द के कई कारण हो सकते हैं। जैसे - जबड़े का गठिया, कान में किसी वस्तु का फंस जाना, कान के पर्दे में छेद होना, दांतों में दर्द या गले में खराश होना आदि (1)।
कान के दर्द में विक्स मदद नहीं कर सकता है।
कान दर्द से राहत पाने के लिए लेख में बताए गई सामग्रियों को रूई में डाल कर इस्तेमाल कर सकते हैं। जैसे - लौंग का तेल, तिल का तेल आदि (19)।
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