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थकान के कारण, लक्षण और इलाज - Fatigue Causes, Symptoms and Treatment in Hindi

थकान एक ऐसी समस्या है, जिसका सामना लगभग हर व्यक्ति करता है। शायद इसी वजह से इसको सामान्य परेशानी समझकर अनदेखा कर दिया जाता है। मगर ज्यादा थकान लगना किसी बीमारी का इशारा भी हो सकता है। ऐसे में वक्त रहते व्यक्ति को सतर्क हो जाना चाहिए। यहां हम थकान के कारण, थकान का इलाज, और थकान से बचाव के बारे में रिसर्च के आधार पर बता रहे हैं।

थकान होने के लक्षण, कारण और उपाय से पहले हम बता रहे हैं कि थकान आखिर क्या है।

थकान क्या है? – What is Fatigue in Hindi

शरीर में ऊर्जा और उत्साह की कमी को थकान कहा जाता है। इस समस्या से ग्रस्त व्यक्ति का मन किसी काम में नहीं लगता। यूं तो थकान होना सामान्य है, लेकिन कभी-कभी यह गंभीर शारीरिक या मानसिक स्थिति का कारण भी हो सकता है। 

अगर थकान का एहसास 6 महीने या उससे अधिक समय तक रहे, तो उसे क्रॉनिक फैटिग सिंड्रोम कहते हैं (1)। इसी वजह से इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए।

अब हम थकान के लक्षण बता रहे हैं। इसके बाद थकान के कारण की जानकारी देंगे।

थकान के लक्षण – Symptoms of Fatigue in Hindi

थकान क्या है, आप समझ ही गए हैं। अब इसकी पहचान करने के लिए थकान होने के लक्षण जानना जरूरी है। थकान के लक्षण को नीचे दिए गए बिंदुओं के माध्यम से आसानी से समझा जा सकता है (2)।

  • किसी काम में मन न लगना
  • प्रेरणा में कमी
  • शरीर में दर्द होना
  • ध्यान केंद्रित न कर पाना
  • भूख न लगना
  • धुंधला दिखना
  • मांसपेशियों में दर्द या कमजोरी
  • चक्कर आना
  • सिर दर्द की समस्या
  • भ्रम होना
  • बातें याद न रहना

थकान होने के लक्षण के बाद आगे हम थकान के कारण बता रहे हैं।

थकान के कारण – Causes of Fatigue in Hindi

थकान के कारण को समझने से पहले यह जान लेना जरूरी है कि थकान अपने आप में कोई बीमारी नहीं है, बल्कि यह मानसिक और शारीरिक स्थिति का संकेत है। ऐसे में इसके आम और गंभीर कारण नीचे जान सकते हैं (1):

कुछ सामान्य कारण :

  • एनीमिया (खून की कमी)
  • अवसाद
  • शरीर में आयरन की कमी
  • दवाइयां जैसे - एंटी डिप्रेशन या दर्दनिवारक दवा
  • शरीर में लगातार दर्द होना
  • नींद से जुड़ी समस्याएं, जैसे - अनिद्रा व स्लीप एपनिया
  • थायराइड की समस्या
  • नशीली दवाइयों या नशीले पदार्थों का सेवन

कुछ गंभीर कारण :

  • कैंसर
  • मधुमेह की बीमारी
  • हृदय रोग
  • लिवर संबंधी समस्या
  • किडनी संबंधी परेशानी
  • कुपोषण

अब थकान के इलाज से जुड़ी जानकारी पर एक नजर डालते हैं।

थकान का इलाज – Treatment of Fatigue in Hindi

लेख के इस भाग में हम थकान के इलाज के बारे में बता रहे हैं। यहां हमने थकान के इलाज को दो भागों में बांटा है। पहले भाग में हम थकान के घरेलू उपाय बता रहे हैं। फिर दूसरे भाग में कुछ सामान्य इलाज के बारे में बताएंगे। आइए पहले थकान के घरेलू इलाज जानते हैं :

थकान के घरेलू उपाय :

1. पानी

पूरे दिन पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें। कभी-कभी डिहाइड्रेशन के कारण भी थकान हो सकती है। ऐसे में जब भी थकान महसूस हो, तो एक गिलास पानी पी लें। खासतौर पर एक्सरसाइज करने के बाद या वॉक से आने के बाद कुछ देर बाद पानी जरूर पिएं (3)।

2. शहद

थकान के लिए घरेलू उपाय के रूप में एक या दो चम्मच शहद का सेवन भी कर सकते हैं। दरअसल, शहद में एंटी-फैटिग यानी थकान से बचाव का गुण होता है, जिस कारण इसका सेवन उपयोगी हो सकता है (4)। इसके अलावा, शहद कार्बोहाइड्रेट से भी भरपूर होता है (5)। 

तनाव से बचने के लिए कॉर्बोहाइड्रेट को अच्छा माना जाता है। ऐसे में थकान से बचने के लिए शहद को नाश्ते में शामिल किया जा सकता है (3)।

3. तुलसी

सामग्री :

  • कुछ तुलसी की पत्तियां
  • एक से दो कप पानी
  • स्वादनुसार शहद

उपयोग का तरीका :

  • सबसे पहले गैस पर एक बर्तन रखें और उसमें पानी गर्म होने दें।
  • अब गर्म पानी में तुलसी की पत्तियों को धोकर डाल दें।
  • जब पानी का रंग हरा हो जाए, तो गैस बंद कर दें।
  • अब तुलसी पानी को एक कप में छान लें।
  • कुछ देर बाद उसमें आवश्यकतानुसार शहद मिलाकर पी लें।

कैसे फायदेमंद है :

सालों से तुलसी का उपयोग आयुर्वेदिक औषधि की तरह किया जाता रहा है। ऐसे में थकान दूर करने के लिए भी इसका सेवन लाभकारी हो सकता है। तुलसी न सिर्फ थकान के लिए, बल्कि अवसाद, अनिद्रा जैसे थकान के लक्षणों के लिए भी उपयोगी मानी जाती है (6)। अब जब भी थकान महसूस हो तो, तुलसी पानी व तुलसी चाय का सेवन कर लें।

थकान का इलाज :

थकान के घरेलू इलाज के बाद आगे हम थकान के डॉक्टरी इलाज के बारे में बता रहे हैं। व्यक्ति की स्थिति को देखते हुए डॉक्टर निम्न तरीकों से थकान का इलाज कर सकते हैं (1):

  1. दवाइयां - अगर शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो, तो डॉक्टर थकान दूर करने के लिए मल्टी विटामिन दवाइयां दे सकते हैं। इसके अलावा, शरीर में जिस पोषक तत्व की कमी है, उससे संबंधित सप्लीमेंट लेने की सलाह दे सकते हैं।

  2. बीमारी का इलाज - अगर थकान किसी बीमारी जैसे - खून की कमी, गठिया, अवसाद या अन्य कोई स्वास्थ्य समस्या के कारण हो रही है, तो डॉक्टर उस बीमारी का इलाज करते हैं। इसके लिए बीमारी से संबंधित दवाई का सेवन करने की सलाह डॉक्टर दे सकते हैं।

  3. जीवनशैली में बदलाव - थकान दूर करने के इलाज के तौर पर डॉक्टर जीवनशैली और खान-पान में बदलाव की सलाह भी दे सकते हैं। इसमें नियमित व्यायाम या योग करना, ध्यान लगाना और पौष्टिक आहार लेने को कह सकते हैं।

अब जानते हैं कि थकान दूर करने के लिए क्या खाना चाहिए और क्या नहीं।

थकान दूर करने के लिए क्या खाएं और क्या न खाएं - Foods to Beat Fatigue in Hindi

थकान की समस्या में खाने की एक अहम भूमिका होती है। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि थकान में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं। लेख के इस भाग में हम इसी बात पर चर्चा कर रहे हैं।

क्या खाएं:

आयरन - आयरन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें, क्योंकि खून की कमी भी थकान का एक कारण है (3)। ऐसे में खाने में आयरन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे - ब्रोकोली, पालक, किशमिश, टोफू, टमाटर, अंडा को शामिल करें (7)।

मैग्नीशियम - शरीर में मैग्नीशियम की कमी भी थकावट का कारण बन सकती है। ऐसे में आहार में मैग्नीशियम युक्त खाद्य पदार्थ जैसे - बादाम, एवोकाडो, केला, दूध, मटर, बीन्स को शामिल कर सकते हैं (8)।

स्वस्थ डाइट - थकान से बचाव के लिए स्वस्थ आहार लें। अपनी डाइट में हरी सब्जियां, फल, डेयरी प्रोडक्ट को शामिल करें। बस ज्यादा वसा, चीनी और नमक युक्त आहार का सेवन करने से बचें (3)। इनके अधिक सेवन से शरीर को फायदे के बजाय नुकसान भी हो सकता है।

कार्बोहाइड्रेट - हर रोज नाश्ता जरूर करें। साथ ही नाश्ते में कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थ जैसे - साबुत अनाज युक्त खाद्य पदार्थ जैसे रोटी, गेहूं के ब्रेड का सेवन कर सकते हैं (3)।

क्या न खाएं

अब जानते हैं कि थकान में किन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए (9) :

  • कैफीन का सेवन करने से परहेज करें
  • जंक फूड या तला-भूना न खाएं
  • शराब का सेवन न करें

अब जानते हैं कि थकान की समस्या में डॉक्टरी सलाह कब लेने की जरूरत होती है।

थकान में डॉक्टर से सलाह कब लें - When is it time to see your doctor?

जैसे कि हमने पहले ही जानकारी दी है कि थकान सामान्य समस्या है, लेकिन कुछ मामलों में यह बीमारी का लक्षण भी हो सकता है। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि थकान होने पर कब डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है। लेख के इस भाग में हम इसी विषय पर जानकारी दे रहे हैं (1):

  • थकान के साथ चक्कर आने की परेशानी
  • धुंधला दिखाई देना
  • पेशाब कम या बिल्कुल न होना
  • सूजन होना या वजन बढ़ने लगना
  • मन में बुरे ख्यालों का आना
  • थकान के साथ वजन कम होना
  • कब्ज की समस्या होना
  • ड्राई स्किन की परेशानी
  • ठंड बर्दाश्त न होना
  • हर वक्त सिरदर्द रहना
  • अनिद्रा की परेशानी

थकान के इलाज के बाद इससे होने वाली जटिलताओं के बारे में जानिए।

थकान से होने वाली जटिलताएं – Complication Of Fatigue in Hindi

थकान के कारण और बचाव जानने के बाद अब बारी है थकान से होने वाले जोखिम जानने की। थकान भले ही सामान्य परेशानी लगे, लेकिन कुछ मामलों में इससे जटिलताएं भी हो सकती हैं। ये जटिलताएं कुछ इस प्रकार हैं :

  • थकान की वजह से बाइक या गाड़ी में बैठने के दौरान हादसा हो सकता है।
  • किसी काम के दौरान हादसा हो सकता है।
  • थकान की वजह से किसी चीज पर ध्यान न देने के कारण काम प्रभावित हो सकता है।
  • अच्छा महसूस न करना या मन में चिड़चिड़ाहट होना।

अब जानते हैं कि थकान से बचाव करने के लिए क्या सब किया जा सकता है।

थकान से बचाव के उपाय - Prevention tips for fatigue in Hindi

जीवनशैली और खान-पान में बदलाव करके थकान से काफी हद तक बचाव किया जा सकता है। ये टिप्स कुछ इस प्रकार हैं (3)।

  • सही और स्वस्थ डाइट लें
  • पानी पीते रहें
  • नाश्ता जरूर करें
  • जरूरत से ज्यादा न खाएं
  • कैफीन युक्त खाद्य या पेय पदार्थों से परहेज करें
  • रात को अच्छी नींद लें, लेकिन जरूरत से ज्यादा न सोएं
  • नशीले पदार्थों का सेवन न करें
  • योग करें या ध्यान लगाएं
  • व्यायाम करें
  • काम के बीच-बीच में ब्रेक लें
  • कभी-कभी छुट्टी लेकर कहीं घूमने जाएं
  • तनाव से दूर रहने की कोशिश करें
  • मन में कोई चिंता हो, तो उसे अपने करीबियों संग शेयर करें

अब आप जान ही गए होंगे कि थकान क्या है। हमने थकान के कारण और इससे संबंधित जोखिम कारकों के बारे में भी विस्तार से बताया है। बस वक्त रहते थकान के लक्षणों पर ध्यान देकर आसानी से इस समस्या से निजात पा सकते हैं। ऐसे में थकान से जुड़ी बातों पर ध्यान देकर यहां बताए गए थकान से बचाव के टिप्स को अपना सकते हैं। अब आगे थकान से जुड़े पाठकों द्वारा पूछे जाने वाले सवालों के जवाब पढ़िए।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

थकान या कमजोरी में क्या खाना चाहिए?

थकान या कमजोरी में आयरन, मैग्नीशियम और अन्य पोषक तत्व युक्त खाद्य या पेय पदार्थ और हेल्दी डाइट का सेवन कर सकते हैं (3)। इसके लिए बादाम, दूध, केला, एवोकाडो का सेवन किया जा सकता है।

मेरे शरीर और पैरों में दर्द क्यों होता है और मैं हर समय क्यों थका हुआ महसूस करता हूं?

शरीर में पोषक तत्वों की कमी और सही जीवनशैली न होने के कारण थकावट और दर्द महसूस हो सकता है (2)। कई बार शरीर में लगातार दर्द होने के कारण भी थकावट हो सकती है।

एनर्जी लो होने का क्या कारण हो सकता है?

शरीर में पोषक तत्वों की कमी और थकावट के वजह से शरीर में ऊर्जा की कमी महसूस हो सकती है (1)।

टायर्ड और फैटिग में क्या अंतर?

किसी भी कार्य को करने के बाद या पूरे दिन के काम के बाद व्यक्ति थका हुआ महसूस करता है और अच्छी नींद के बाद थकान खत्म हो जाती है। वहीं, फैटिग (थकावट) की बात करें, तो व्यक्ति को रोजाना ऊर्जा की कमी का एहसास होता और अच्छी नींद के बाद भी अच्छा महसूस नहीं होता।

पर्याप्त नींद लेने पर भी मैं हमेशा थका क्यों महसूस करता हूं?

कई बार पोषक तत्वों की कमी के कारण भी थकान की समस्या हो सकती है (2)। ऐसे में अपनी डाइट पर पूरा ध्यान दें।

थकान का निदान कैसे किया जा सकता है?

थकान का निदान व्यक्ति के लक्षणों के आधार पर किया जा सकता है। लक्षणों के अलावा डॉक्टर मरीज की मेडिकल हिस्ट्री, जीवनशैली के बारे में जानकारी लेकर ब्लड, यूरिन या अन्य टेस्ट करने की सलाह दे सकते हैं (2)।

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