प्रस्तुतकर्ता
Sunita Regmi
Pregnancy
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खांसी की शिकायत होना बेहद आम है, खासकर बच्चों में (1)। यह परेशानी होते ही सबसे पहले कफ सिरप की याद आती है। यही वजह है कि इस लेख में हम होममेड कफ सिरप के बारे में बता रहे हैं। खांसी को कम करने के घरेलू कफ सिरप के बारे में जानने के लिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
चलिए, सीधे घर पर तैयार किए जाने वाले सिरप के बारे में जानते हैं।
खांसी को कम करने के लिए घर में तैयार किए जाने वाले सिरप लाभदायक हैं। ये सारे होममेड सिरप खांसी के लिए रामबाण की तरह काम करते हैं।
सर्दी की शिकायत को दूर करने में अदरक और शहद मदद कर सकते हैं। एक शोध में इस बात का जिक्र है कि अदरक की तासीर गर्म होती है, जिस वजह से सर्दी होने पर यह उपयोगी साबित होता है (2)।
शहद में एंटी माइक्रोबियल गुण के साथ ही एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव होते हैं, जो सर्दी-खांसी से निजात दिला सकते हैं (3)। ऐसे में शहद-अदरक सिरप को खांसी के लिए कारगर कह सकते हैं।
सामग्री:
बनाने की विधि:
खांसी में ग्लिसरीन, शहद और नींबू से तैयार सिरप भी लाभकारी होता है। दरअसल, ग्लिसरीन में डिमल्सेंट गुण होता है। इससे म्यूकस मेम्ब्रेन यानी श्वसन प्रणाली की सुरक्षा करने वाली झिल्ली में होने वाली हल्की सूजन और दर्द को दूर किया जा सकता है (6)।
ये म्यूकस मेम्ब्रेन नाक, मुंह, गले, साइनस और फेफड़ों में होती हैं। ग्लिसरीन के इस प्रभाव के कारण इसका इस्तेमाल कफ सिरप में भी किया जाता है (6)। सिरप में डाला जाने वाले नींबू में विटामिन-सी होता है। यह विटामिन सूजन को दूर करने के साथ ही संक्रमण को कम कर सकता है (7)।
शहद खांसी के इलाज में कैसे प्रभावी है, यह लेख में पहले ही बताया जा चुका है। सर्दी-खांसी की शिकायत होने पर ग्लिसरीन, शहद और नींबू के रस से तैयार सिरप के सेवन की सलाह विश्व स्वास्थ्य संगठन भी देता है (8)। बस इसके लिए खाने में उपयोग होने वाले ग्लिसरीन को ही इस्तेमाल में लाएं।
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बनाने की विधि:
कफ सिरप के तौर पर शहद के लाभ और इस्तेमाल हम पहले ही बता चुके हैं। कफ सिरप बनाने के लिए सौंफ को भी उपयोग में लाया जा सकता है। एक रिसर्च पेपर के अनुसार, सौंफ के सेवन से श्वसन प्रणाली को स्वस्थ रखने और खांसी की परेशानी से राहत पाने में मदद मिल सकती है (9)।
सांस लेने में तकलीफ, कफ और घरारट के लिए भी सौंफ के बीज से तैयार सिरप को फायदेमंद बताया गया है। शोध में साफ तौर से सर्दी-खांसी के लिए सौंफ को शहद के साथ मिलाकर लेने की सलाह दी गई है (9)। इस तरह सौंफ और शहद से तैयार सिरप भी बच्चों में खांसी से राहत प्रदान कर सकता है।
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बनाने की विधि:

दूध में शहद मिलाकर देने से भी खांसी को ठीक किया जा सकता है। एनसीबीआई पर उपलब्ध एक शोध के मुताबिक, शहद में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और एंटीमाइक्रोबियल गुण बच्चों की सर्दी-खांसी को काफी हद तक कम कर सकते हैं (10)।
रिसर्च में इस बात का जिक्र मिलता है कि सामान्य सर्दी-खांसी होने पर दूध में शहद मिलाकर सेवन कराना एक बेहतर विकल्प हो सकता है (11)।
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बनाने की विधि:
खांसी के घरेलू उपचार के तौर पर अदरक, प्याज और लहसुन का इस्तेमाल गुणकारी साबित हो सकता है। एक शोध में बताया गया है कि सर्दी, खांसी, ब्रोंकिइटिस व श्वांस-प्रणाली संबंधित अन्य परेशानियों के लिए प्याज का इस्तेमाल सालों से किया जा रहा है। प्याज फेफड़ों में असाधारण जमाव को कम करने के साथ ही वायुमार्ग को खोलने में मददगार हो सकता है (12)।
साथ ही अदरक की तासीर गर्म होने के कारण इसे भी कफ सिरप में इस्तेमाल किया जाता है (2)। लहसुन में मौजूद एलीसीन यौगिक सर्दी के असर को कम करता है और इम्यूनिटी को बूस्ट कर कोल्ड और फ्लू के लक्षण से बचाव कर सकता है (7)।
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बनाने की विधि:
लेख में आगे जानते हैं कि होममेड कफ सिरप की कितनी खुराक दी जानी चाहिए।
होममेड सिरप देने की दिनभर में 1 से 2 चम्मच ले सकते हैं (16)। ध्यान रखें कि होम मेड कफ सिरप की खुराक हर किसी के लिए अलग हो सकती है। यह पूरी तरह इंसान की उम्र, वजन और स्वास्थ्य पर निर्भर करती है (8)। इसके लिए चिकित्सक से परामर्श करना बेहतर होगा।
इस लेख को पूरा पढ़ने के बाद आप होममेड सिरप के बारे में अच्छी तरह जान गए होंगे। अब खांसी की शिकायत होने पर आप आराम से घर में ही सिरप तैयार कर सकते हैं।
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