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क्या पीरियड में रनिंग करें या नहीं – Running During Periods Good or Bad in Hindi

पीरियड के दौरान महिलाओं को दर्द, थकान और ऐंठन जैसी तमाम तरह की समस्याएं होती हैं। इन परेशानियों को कम करने के लिए महिलाएं कई तरह के उपाय भी करती हैं। ऐसा ही एक उपाय पीरियड में रनिंग करना भी है। आप सोच रहे होंगे कि पीरियड में रनिंग करनी चाहिए या नहीं, तो इस सवाल का जवाब आपको इस लेख में मिलेगा। यहां आप जानेंगे कि पीरियड में रनिंग करने के फायदे होते हैं या नुकसान।

सबसे पहले जानें क्या पीरियड में रनिंग करनी चाहिए या नहीं।

क्या पीरियड में रनिंग करनी चाहिए या नहीं – Running During Periods Good or Bad in Hindi

हां, पीरियड में रनिंग कर सकते हैं (1)। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) पर प्रकाशित शोध में भी इसका उल्लेख है। रिसर्च के अनुसार, एरोबिक एक्सरसाइज पीएमएस यानी मासिक धर्म में होने वाले लक्षणों को कम करने में सहायक हो सकती हैं (2)। एरोबिक एक्सरसाइज में से एक रनिंग भी है (3)।

जगन्नाथ विश्वविद्यालय, जयपुर के फिजियोथेरेपी विभाग ने मासिक धर्म के लक्षण जैसे कि पेल्विक पेन से राहत पाने के लिए कुछ एक्सरसाइज पर शोध किया गया। इसमें जॉगिंग, एरोबिक और कार्डियक व्यायाम शामिल थे। 

कुछ महिलाओं को आठ हफ्ते तक ये एक्सरसाइज करने से मासिक धर्म के लक्षणों से राहत मिली (4)। इस आधार पर कह सकते हैं कि पीएमएस से राहत पाने के लिए रनिंग ही नहीं, बल्कि जॉगिंग (स्लो रनिंग) भी लाभकारी है।

पीरियड में रनिंग करनी चाहिए या नहीं, के बाद जानते हैं पीरियड में रनिंग करने के फायदे।

पीरियड में रनिंग करने के फायदे – Periods Me Running Karne Ke Fayde in Hindi

पीरियड में रनिंग करना चाहिए या नहीं, इस बारे में अब जान गए होंगे। अब पीरियड में रनिंग करने से होने वाले फायदे से जुड़ी जानकारी पढ़ते हैं -

1. पेल्विक दर्द से राहत में सहायक

पीरियड में रनिंग करने के फायदे में पेल्विक दर्द से राहत पाना शामिल हो सकता है। एनसीबीआई पर प्रकाशित शोध में पाया गया है कि इस दौरान एरोबिक एक्सरसाइज करने से पेल्विक दर्द के जोखिमों को कुछ हद तक कम करने में मदद मिलती है (2)। बता दें कि एरोबिक एक्सरसाइज में रनिंग को भी शामिल किया जाता है (3)।

एक अन्य अध्ययन के अनुसार, मासिक धर्म में होने वाले कष्ट से राहत के लिए एरोबिक एक्सरसाइज लाभकारी हो सकता है। इसमें तेज चलना, दौड़ना भी शामिल है। ये एक्सरसाइज शरीर में एनाल्जेसिक यानी दर्दनिवारक प्रभाव उत्पन्न करने में मददगार हो सकती हैं (5)। इस आधार पर रनिंग यानी दौड़ना पेल्विक में दर्द से राहत दिला सकता है।

2. पीएमएस के लक्षणों में राहत

पीरियड में रनिंग करने के फायदे में पीएमएस के लक्षणों में कमी को भी गिना जाता है। एनसीबीआई पर प्रकाशित शोध के दौरान रनिंग करने वाली महिलाओं में मासिक धर्म के लक्षण में कम देखे गए (6)। 

एक अन्य अध्ययन की मानें, तो मासिक धर्म के दर्द से राहत पाने के लिए एक्सरसाइज अच्छा विकल्प है, जिसमें एरोबिक एक्सरसाइज जैसे कि रनिंग, तेज चलना, टेनिस खेलना भी शामिल है (5)।

इसके अलावा, एक अध्ययन में यह भी पाया गया है कि पीएमएस से पीड़ित महिलाओं को एरोबिक एक्सरसाइज करने से इन लक्षणों से राहत मिली (7)। 

इन सभी तथ्यों के आधार पर मान सकते हैं कि पीरियड में रनिंग करने के फायदे पीएमएस के लक्षणों से राहत पाने में देखे जा सकते हैं।

3. पीरियड में रनिंग से एक्टिव महसूस करना

कुछ महिलाओं को ओव्यूलेशन के बाद एस्ट्रोजन का स्तर गिरने व प्रोजेस्टेरोन हार्मोन के बढ़ने से अधिक थकान व सुस्ती महसूस होती है। ऐसे में एक्टिव महसूस करने के लिए एरोबिक एक्सरसाइज को सहायक माना जाता है (8)। 

हम बता ही चुके हैं कि एरोबिक एक्सरसाइज में तेज चलना और दौड़ना भी शामिल है (5) (3)। इस आधार पर देखा जाए, तो पीरियड में रनिंग करने से एक्टिव रहने में मदद मिल सकती है।

4. मूड बेहतर करना

पीरियड में रनिंग करने के फायदे के रूप में मूड बेहतर करने को भी देखा जाता है। एनसीबीआई में मौजूद एक रिसर्च की मानें, तो शारीरिक गतिविधि मस्तिष्क एंडोर्फिन के तंत्र को प्रभावित कर सकती है, जिससे मूड में बदलाव देखने को मिल सकता है (7)। 

बताया जाता है कि इस दौरान शारीरिक गतिविधि करने से मूड बेहतर करने के साथ ही एनर्जी से भरपूर रहने में भी मदद मिलती है (1)।

क्या पीरियड में रनिंग करना चाहिए या नहीं, समझने के बाद रनिंग के लिए कुछ टिप्स पढ़ें।

पीरियड्स में रनिंग के लिए कुछ और टिप्स - Other Useful Tips for Running While on Your Period in Hindi

पीरियड्स के दौरान रनिंग करने से पहले इन टिप्स को जरूर ध्यान में रखें। आइए नीचे जानते हैं :

  • पीरियड में रनिंग से पहले ध्यान रहे कि बेहद तेज गति में न दौड़ें।
  • लगातार दौड़ने के बजाय थोड़ा ब्रेक लेकर ही दौड़ें।
  • पीरियड में रनिंग करते वक्त हेवी फ्लो हो सकता है, इसलिए रनिंग पर जाने से पहले पैड बदल लें।
  • रनिंग से पहले कोशिश करें कि खुद को हाइड्रेट रखें।
  • पीरियड में दर्द ज्यादा हो रहा हो, तो रनिंग पर न जाएं।
  • शाम के समय रनिंग पर जा रहे हैं, तो खाना खाने के 30 मिनट से एक घंटे बाद ही जाएं।

वैसे तो एक्सरसाइज में रनिंग को अच्छा माना जाता है, लेकिन यहां सवाल है कि पीरियड में रनिंग करना चाहिए या नहीं। ऊपर लेख में पढ़कर इस सवाल का जवाब आपको जरूर मिल गया होगा। यहां पीरियड में रनिंग करने के फायदे क्या होते हैं, यह भी बताया गया है। बस ध्यान दें कि पीरियड में रनिंग करना हर महिला के स्वास्थ्य व उम्र पर निर्भर कर सकता है, ऐसे में स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या रनिंग पीरियड फ्लो को बढ़ा सकता है?

ऐसा माना जाता है कि पीरियड में रनिंग करने से रक्त प्रवाह में सुधार हो सकता है। इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि रनिंग करने से पीरियड फ्लो बढ़ता है (4)।

क्या रनिंग पीरियड फ्लो को कम करने में मदद कर सकता है?

नहीं, रनिंग पीरियड फ्लो को कम करने में मदद नहीं करता है। अध्ययन की मानें, तो पीरियड में रनिंग करने से रक्त प्रवाह में सुधार देखने को मिलता है (4)। इस आधार पर माना जा सकता है कि रनिंग पीरियड फ्लो को नियंत्रित रखने में मददगार नहीं होता है।

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