प्रस्तुतकर्ता
Sunita Regmi
Pregnancy
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सिजेरियन डिलीवरी के दौरान एक महिला फिजिकल, इमोश्नल और मेंटल स्ट्रेस से गुजरती है। सी-सेक्शन ऑपरेशन में चीरा लगता है, जिसके बाद महिला का शरीर काफी कमजोर हो जाता है और टांकों को भी हील होने में समय लगता है।
ऐसे में न्यू मॉम्स को पूरा आराम और सही डाइट लेने पर जोर दिया जाता है।
इस लेख में सिजेरियन डिलीवरी के बाद क्या खाएं, इसके बारे में डॉक्टर क्या कहते हैं, इससे जुड़ी जानकारी लेकर हाजिर हुए हैं।
सिजेरियन डिलीवरी के बाद क्या खाना चाहिए, इस बारे में डॉक्टर बताते हैं कि सी-सेक्शन के बाद जल्दी रिकवरी और बच्चे को ब्रेस्टफीड कराने के लिए माँ को सही मात्रा में पोषक तत्वों से भरपूर डाइट लेना बहुत जरूरी होता है।
माँ को पौष्टिक के साथ-साथ ऐसी चीजों को आहार में शामिल करना होगा जिससे उन्हें पाचन व मल त्याग में आसानी हो। न्यू मदर्स को शुरुआत के दो दिन उबली हुई दाल, सूप, ओट्स खिचड़ी आदि का सेवन करना चाहिए। इसके बाद साबुत अनाज को आहार का हिस्सा बना सकते हैं।
सर्जरी से जल्दी रिकवर करने के लिए माँ का बैलेंस डाइट लेनी चाहिए। ऐसी किसी भी चीज का सेवन न करें जो पाचन संबंधित परेशानी का कारण बने या रिकवरी में बाधा उत्पन्न करे। इसके अलावा, माँ जो खाती है उसका सीधा संबंध बच्चे से होता है।
बच्चे को पोषण माँ के दूध से मिलता है, जिस वजह से बच्चे का विकास माँ के आहार से जुड़ा होता है। ऐसे में माँ का पोषक तत्वों से भरपूर संतुलित आहार लेना उनके खुद के व बच्चे के स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी होता है।
डिलीवरी नॉर्मल हो या सिजेरियन, दोनों के बाद ही माँ को डाइट का खास ख्याल रखने की हिदायत दी जाती है। लेकिन, सी-सेक्शन में इसकी ज्यादा जरूरत होती है। लेख में नीचे सिजेरियन डिलीवरी के बाद क्या खाएं, इसके बारे में जानेंगे।
डिलीवरी के बाद न्यू मॉम्स में कब्ज की समस्या बहुत कॉमन है। सी-सेक्शन के बाद महिलाओं को कब्ज होने पर टांकों के टूटने व जख्मों के लिए खतरनाक हो सकता है। इसलिए, फाइबर युक्त सब्जियों व फलों को सलाद के रूप में आहार में शामिल करें। इससे कब्ज को दूर रखने में मदद हो सकती है।
प्रेग्नेंसी व स्तनपान के दौरान कैल्शियम जरूरी मिनरल्स में से एक माना जाता है। न्यू मॉम्स में मिल्क प्रोडक्शन के लिए कैल्शियम जरूरी होता है (1)।
यह बच्चे के दांतों व हड्डियों को मजबूत बनाने के साथ मांसपेशियों को आराम देता है। कैल्शियम के लिए बीन्स, योगर्ट, सोयाबीन, मटर, गेहूं, बाजरा, रागी, टोफू, नारियल, कीवी, बादाम, मुनक्का आदि को डाइट में शामिल करें।
डिलीवरी के बाद हीलिंग, नए टिश्यू सेल्स की ग्रोथ और मसल्स को मजबूत बनाने के लिए महिलाओं को प्रोटीन युक्त चीजों का सेवन करने के सलाह दी जाती है। इसके लिए अंडा, चिकन, फिश, मिल्क, चीज, मटर, नट्स, टोफू, दलिया आदि का सेवन करें।
स्तनपान कराने वाली महिलाओं में विटामिन की जरूरत बढ़ जाती है। उनके लिए विटामिन-ए, बी1, बी2, बी3, सी, फोलिक एसिड और बी12 आवश्यक होते हैं। इसमें विटामिन-सी इसमें सबसे अहम होता है। यह माँ और बच्चे दोनों के इम्यून सिस्टम को बूस्ट कर बैक्टीरिया से लड़ने के साथ तेजी से रिकवरी में मदद करता है।
न्यू मॉम्स को रोजाना 120 मिलीग्राम विटामिन-सी लेने के लिए कहा जाता है। विटामिन युक्त डाइट के लिए पपीता, अंगूर, संतरा, ब्रोकली, मेलन, स्ट्रॉबेरी, ब्रोकली, तरबूज, चकोतरा, शकरकंद आदि का सेवन करें।
सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद महिलाओं को किन चीजों से खासा दूरी बनाकर रखनी चाहिए, एक नजर इस पर डालते हैं:
सिजेरियन डिलीवरी के बाद न्यू मदर्स को नॉर्मल डाइट पर वापस आने में थोड़ा समय लग सकता है। छह महीने तक सिर्फ होममेड फूड का ही सेवन करें। डॉक्टर द्वारा जिन चीजों के सेवन से मनाही की गई है, उसका सख्ती से पालन करें। समय पर खाना खाएं व एक बार में ज्यादा पॉर्शन में न लें। खाने को अच्छी तरह चबाकर खाएं, इससे पाचन में मदद होती है।
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